
मीरजापुर। मानव अधिकारों के प्रति उपेक्षा और घृणा के फलस्वरूप ही वर्तमान सामाजिक परिदृश्य बर्बर स्वरूप को धारण किये हुए हैं। प्रत्येक मानव को अपने मानवाधिकारों का ध्यान रखते हुए दूसरों के भी अधिकारों का सम्मान करना चाहिए जिससे विश्व शान्ति, न्याय और स्वतंत्रता परिपक्व होगी।
मानवाधिकारों की बुनियादी विशेषताओं का भान सदैव हमें होना चाहिए। उक्त विचार अपर आयुक्त/कुलसचिव गाँ विनयवासिनी राज्य विश्वविद्यालय विन्ध्यांचल मण्डल मीरजापुर का विश्राम ने अन्तर्राष्ट्रीय न्यायिक मानवाधिकार संरक्षण इकाई विश्याचल मण्डल एवं मीरजापुर द्वारा मीरजापुर के मंगलम वाटिका, रमईपट्टी रोड में आयोजित विशाल मानवाधिकार उत्सव / सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्बोधन के दौरान कही।
उन्होंने आगे कहा कि "मानवाधिकार नैसर्गिक विधि पर आधारित नैसर्गिक अधिकार की पारणा है। मानव अधिकार का तात्पर्य संविधान में प्रदत्त प्रत्येक नागरिक को प्राप्त प्राण, स्वतंत्रता, समानता और गरिमा के अधिकार से है। भारतीय संविधान भारत के प्रत्येक नागरिकों के मानवाधिकार को संरक्षण प्रदान करता है। मानवाधिकार की परिकल्पना नागरिकों को प्रदत्त अधिकारों की सुख्खा करना है।"
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्व स्पेशल जूडिशियल मजिस्ट्रेट मीरजापुर डा० गोपाल दत्त दूबे ने अपने उद्बोधन के दौरान कहा कि यदि अन्याययुक्त शासन और जुर्म के विरुद्ध लोगों को मानवाधिकारों के बुनियादी विशेषताओं को पूरी तरह से आत्मसात करना पड़ेगा जिसमें सिर्फ अपने ही अधिकारों के प्रति सचेत न होकर वरन समस्त मानव जाति के अधिकारों के प्रति एक दूसरे के साथ सहयोग की भावना के साथ सामंजस्य करना पड़ेगा। इस दिशा में अंतर्राष्ट्रीय न्यायिक मानवाधिकार संरक्षण द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है।
अपने उद्बोधन के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया ने कहा कि मानवाधिकारों की प्रतीक्षा को पूरी तरह से निभाने के लिए इसकी बुनियादी विशेषताओं को अच्छी तरह समझना जरूरी है। तभी हम मानवाधिकारों के सच्चे जागरूक प्रहरी बन सकेंगे।
कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि अपर आयुक्त/कुलसचिव माँ विख्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय विन्ध्याचल मण्डल मीरजापुर डा० विश्नाम एवं जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया एवं स्पेशल जुडिशियल मजिस्ट्रेट डा० गोपाल दत्त दूबे एवं संरक्षण के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार पाण्डेय एड० ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
कार्यक्रम की शुरूआत स्वागत भाषण एवं मानवाधिकार उत्सव के अवसर पर अपने उद्बोधन द्वारा संरक्षण के प्रदेश उपाध्यक्ष अब्दुल खालिक खान द्वारा की गयी।
कार्यक्रम में मीरजापुर सोनभद्र मदोही एवं वाराणसी, प्रयागराज जनपद एवं मीरजापुर नगर के 80 विभूतियों को विख्य मानवाधिकार सेवा सम्मान पत्र 2024, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्रम एवं माल्यार्पण करके सम्मानित किया गया। जिसमें डा० विश्रान अपर आयुक्त, श्री राजू कनौजिया अध्यक्ष जिला पंचायत, डा० गोपाल दत्त दूबे पूर्व स्पेशल जुडिशियल मजिस्ट्रेट, प्रो० संजीव कुमार सिंह, प्राचार्य मेडिकल कालेज मीरजापुर, जैकब बोना डिसूजा प्रधानाचार्य सेंट मेरीज स्कूल मीरजापुर,
भोलानाथ कुशवाहा वरिष्ठ साहित्यकार, अरूण चन्द पाण्डेय उपाध्यक्ष डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन मीरजापुर, संजय कुमार प्रसाद जिलापूर्ति अधिकारी मीरजापुर, पवन तिवारी वरिष्ठ अधिवक्ता हाईकोर्ट, अहमद रसूल डायरेक्टर इनविजन चैनल, प्रो० बी० सिंह, सुनील कुमार पाण्डेय एड० (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), अब्दुल खालिक खान (प्रदेश उपाध्यक्ष), सुजीत वर्मा एक० (जिला प्रभारी), जय प्रकाश सेठ, जिलाध्यक्ष मीरजापुर, आजाद आलम मण्डल अध्यक्ष, प्रदेश सचिव रविन्द्र कुमार श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया।
संरक्षण द्वारा मीरजापुर के विभिन्न क्षेत्रों में चिकित्सा से डा० आई०एन० खान, डा० उमेश श्रीवास्तव, डा0 मोहम्मद गुल चमन, प्रशासनिक सेवा से अरविन्द यादव कर निर्धारण अधिकारी न०पा०मी०, नन्दलाल सिंह पूर्व रजिस्ट्रार कानूनगो, विधि क्षेत्र से हेलाल अहमद, प्रदीप कुमार यादव, पत्रकारिता से मनोज शुक्ला, मेधावी छात्र से अक्षत श्रीवास्तव, अध्यापन से श्रीमती निशा सिंह प्रधानाचार्य रा०बा० उ०मा०वि० भरपुरा पहाड़ी मी०, व्यापार से रविन्द्र सिंह चड्ढा व नसीम खान प्रतिष्ठान टायर शापी, समाजसेवा से मुक्ति रैदानी, दिलीप सिंह गहरवार, राजनीति से श्री अशोक यादव, संगीत / नृत्य से मनीष कुमार शर्मा, साहित्य से डा० अनुराधा ओस, सीनियर सिटीजन से श्री माता गुलाम उपाध्याय, श्री सर्वेश नारायण गोड़, युवा रचनाकार से इरफान कुरैशी को सम्मानित किया गया।
मानवाधिकार उत्सव एवं सम्मान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संरक्षण के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार पाण्डेय एड० ने कहा कि मानवाधिकार में राष्ट्र के सभी नागरिकों के सम्पूर्ण अधिकार निहित है। 10 दिसम्बर 1948 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व के समस्त नागरिकों के लिए जीवन, स्वतंत्रता, सुख्क्षा, दासत्व, उत्पीड़न, अभिव्यक्त, सम्पत्ति, निवास की स्वतंत्रता से मुक्त समस्त अधिकार विश्व के नागरिकों को प्रदान किया है। इसलिए 10 दिसम्बर को विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है।
कार्यक्रम का सफल संचालन जिला प्रभारी सुजीत कुमार वर्मा तथा कार्यक्रम का सहसंयोजन मिर्जापुर जिलाध्यक्ष जय प्रकाश सेठ ने किया। कार्यक्रम की सफलता एवं सेमिनार में उद्बोधन के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष अब्दुल खालिक खान, प्रदेश सचिव रविन्द्र कुमार श्रीवास्तव एवं मण्डल अध्यक्ष आजाद आलम ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जय प्रकाश सेठ, दिलीप सिंह गहरवार, विजय यादव जिलाध्यक्ष वाराणसी, शिवनारायण तिवारी, विजय कुमार सिंह, महेन्द्र नाथ सोनकर, श्रीमती रूपा देवी, आजाद आलम, आनन्द कुमार सिंह, सिकन्दर अली, शारदा प्रसाद मिश्रा, जियाउद्दीन अंसारी, डा० राजेश श्रीवास्तव, मुकेश सरोज, छोटेलाल तिवारी, भोलानाथ बियार, आशीष सोनकर, श्यामलाल मौर्या, गुलाब चन्द, आशीष कुमार श्रीवास्तव, अभिनव रंजन श्रीवास्तव, पवन कुमार यादव, रमेश सोनी, रामकृष्ण, सोनू अहमद अंसारी, श्रीमती प्रज्ञा देवी, सुहैल खान, अमरनाथ सेठ, प्रदीप सिंह, कमलेश कुमार, डा० रामनाथ बिन्द, डा० राजेश श्रीवास्तव, डा० अवधेश मौर्या, विजय कुमार सिंह, इलियास अहमद, आकाश सिंह, अफजाल अहमद, शुभम सिंह इत्यादि सैकड़ों पदाधिकारी उपस्थित रहे |