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शहाबगंज, चंदौली। स्थानीय विकासखण्ड के अमांव गांव से एक दंपत्ति हज के पवित्र यात्रा के लिए रवाना हुए। इस अवसर पर गांव में उत्साह और खुशी का माहौल देखने को मिला।
बसीर अहमद और उनकी पत्नी सइमुन निशा अमाव गांव के प्रतिष्ठित निवासी हैं, जिन्होंने हज यात्रा पर जाने का फैसला किया। शुक्रवार की सुबह से ही गांव के लोग बसीर अहमद ,और सइमुन निशा को विदाई देने के लिए एकत्रित हुए।
उनके घर से लेकर हवाई अड्डे तक का सफर गांववालों ने नम आंखों और दुआओं के साथ विदाई दी।इस मौके पर मोहम्मद बसीर अहमद ने कहा हज पर जाना हमारे लिए एक सपना था।
अल्लाह ने हमें यह मौका दिया है, इसके लिए हम बहुत आभारी हैं। हम सभी के लिए दुआ करेंगे। सईमुन बानो ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा यह हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन है।
हमें विश्वास है कि अल्लाह हमारी दुआओं को सुनेगा और हमें हर कदम पर सही मार्गदर्शन देगा। परिवार के आलम मास्टर ने कहा यह हमारे गांव के लिए गर्व का क्षण है कि हमारे परिवार के सद्स्य हज यात्रा पर जा रहे हैं। हम सभी उनकी सुरक्षित यात्रा और सकुशल वापसी की कामना करते हैं।
विदाई समारोह में गांव के बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों ने हिस्सा लिया। लोगों ने उनके साथ फोटो खिंचवाई और उन्हें फूलों के हार पहनाकर विदा किया। हज यात्रा के लिए रवाना होते समय बसीर और सइमुन ने गांव के सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा कि वे वहां से सभी के लिए विशेष दुआएं करेंगे।
गांव के लोगों ने उन्हें विदा करते हुए कहा, अल्लाह आपकी हज को कबूल करे और आपको हर मुश्किल से बचाए। हमारी दुआएं आपके साथ हैं।इस अवसर पर गांव में उत्साह और उमंग का माहौल था। सभी ने इस अवसर को खुशी और उत्सव के रूप में मनाया। हज यात्रा के लिए रवाना हुए इकबाल और सबीना को गांव के हर व्यक्ति ने अपने दिल से शुभकामनाएं दीं और उनके स्वस्थ और सुरक्षित लौटने की प्रार्थना की।