Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

15 जनवरी को मौसम विभाग का स्थापना दिवस है. भारत में पहले मौसम विज्ञान केंद्र की स्थापना ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने की थी. 1785 में कोलकाता में वेधशाला बनाया गया. 1796 में मद्रास में वेधशाला की स्थापना की गई. 1826 में कोलाबा में वेधशाला बनाया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग 1875 में स्थापित किया गया था. उस समय हेंनरी फ्रांसिस ब्लेनफोर्ड को भारत मौसम विज्ञान विभाग का पहला मौसम विज्ञान रिपोर्टर नियुक्त किया गया. मई 1889 में सर जान इलिअट को तत्कालीन राजधानी कोलकाता में वेधशालाओं का पहला महानिदेशक नियुक्त किया गया था. भारत मौसम विज्ञान विभाग मुख्यालय को बाद में 1905 में शिमला फिर 1928 में पुणे और 1944 में नई दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया.

हर साल 15 जनवरी को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग अपना स्थापना दिवस मनाता है. 15 जनवरी 2025 को भारत मौसम विज्ञान विभाग का अपना 150वां स्थापना दिवस है. मौसम की समस्त गतिविधियों को जानने समझने और मापने के लिए मौसम विभाग की स्थापना की गई थी, जो मौसम संबंधी तमाम पूर्वानुमान आम लोगों के साथ ही शासन प्रशासन को उपलब्ध करा सके. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना सन 1875 में हुई थी. इस दिन को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा मनाया जाता है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन कार्य करता है. मौसम संबंधी उपकरणों में भी सुधार के साथ-साथ काफी कुछ बदलाव किए गए हैं. सैटेलाइट और राडार भी मौसम संबंधी पूर्वानुमान जानकारी उपलब्ध कराने में कारगर साबित हुए हैं

>> मौसम विभाग डिफेंस की भी करता है मदद <<

मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के अनुसार पूरे देश में आरएसआरडब्लू की संख्या 49 है, जो भारत मौसम विभाग विज्ञान के साथ ही कुछ डिफेंस के अंतर्गत आता है, इसके अलावा कुछ छोटे बड़े मौसम वेधशालाए हैं, जिनकी संख्या सैकड़ों में हैं. मौसम संबंधी पूर्वानुमान खासतौर पर वायुयान परिचालन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

>> क्या है पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय <<

भारत मौसम विज्ञान विभाग भारत सरकार की पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की एक एजेंसी है. यह मौसम संबंधी टिप्पणियों मौसम की भविष्यवाणी और भूकंप विज्ञान के लिए जिम्मेदार प्रमुख एजेंसी है. इसका मुख्यालय दिल्ली में है. यह भारत और अंटार्कटिका के सैकड़ों मौसम के अवलोकन करने वाले स्टेशनों का संचालन करता है. क्षेत्रीय कार्यालय चेन्नई, मुंबई, कोलकाता, नागपुर, गुवाहाटी और नई दिल्ली में है. यह विश्व मौसम विज्ञान संगठन के 6 क्षेत्रीय विशेष मौसम विज्ञान केंद्रों में से एक है. उत्तरी हिंद महासागर क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के लिए पूर्वानुमान नामकरण और वितरण की जिम्मेदारी है, जिसमें मलक्का जलडमरूमध्य की खाड़ी अरब सागर की खाड़ी शामिल है.

इस खबर को शेयर करें: