वाराणसी। चार दिन तक चिलचिली धूप और उमस के बाद बुधवार को दोपहर में 30 मिनट तो रात में गरज चमक के साथ दो घंटे तक लगातार 50 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई। 15 इलाकों में तेज बिजली कड़की और 20 सड़कों पर जलभराव हो गया।वहीं कचहरी में खड़ी कारों पर पेड़ गिर गया।
देर रात शहर से लेकर गांव तक सड़कें और खेत घंटों तालाब जैसे नजर आए। लंका, लोहता, अकेलवा, हरहुआ, अखरी, बड़ागांव, चांदपुर, पांडेयपुर, कोटवा आदि इलाकों में रात दो घंटे तक लगातार बिजली कड़कने से लोगों की रात की नीदें उड़ गईं और खिड़की-दरवाजे बंद कर घरों में सिहर कर बैठे रहे।
दिन में तीन बजे बारिश से पहले तापमान 34 डिग्री को पार कर गया था, मगर बारिश के बाद साढ़े तीन बजे तक 29 डिग्री, वहीं रात 10 बजे तक पारा 26 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आगामी दो दिन में हल्की से बारिश की संभावना है। तीन से पांच अगस्त तक बिजली गिरने के साथ बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 3-4 दिन तक धूप और उमस भरी गर्मी फिर से परेशान कर सकती है। अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री तक दर्ज किया गया। हवा 20-25 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चली।
गांवों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में अच्छी बारिश हुई। रामनगर, सामनेघाट, लंका, सुंदरपुर, भिखारीपुर, मंडुवाडीह, चांदपुर, लोहता, लहरतारा, रोहनिया, कैंट, सिगरा, नदेसर, अकेलवां, पांडेयपुर आदि इलाकों में दिन में लगातार आधा घंटा और रात में दो घंटे तक बारिश होती रही। वहीं बाबतपुर और हरहुआ की ओर अपेक्षाकृत कम बरसात हुई।
कॉलोनियों में गंदगी और जलभराव
देर रात हुई बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गए। गोदौलिया चौराहे पर पानी से होकर श्रद्धालु और कांवड़ियां मंदिर तक गए। शिवपुरवा मोहल्ले की दर्जनों काॅलोनियों में पानी लगा। सुंदरपुर, बिरदोपुर, रोहित नगर, बीएचयू के पीछे एनएच-2 से सटे सैकड़ों काॅलोनियों में गंदगी और जलभराव है।
चेतगंज, लंका, अस्सी, लहरतारा, भिखारीपुर, मंडुवाडीह, चौक, बालाजी काॅलोनी आदि इलाकों की सड़कें जलमग्न हो गईं। नटिनियादाई से सटे तमाम कालोनियों व इलाकों में जलभराव की समस्या है। गिरजाघर चौराहे के पास कीचड़ से लोगों को दिक्कत हुई। सिगरा से नई सड़क मार्ग की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। आकाशवाणी से महमूरगंज मार्ग के दोनों तरफ की स्थिति खराब ही रही।