Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

मीरजापुर - सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की इकाई पत्र सूचना कार्यालय, वाराणसी द्वारा जनपद मीरजापुर के सदर तहसील में ग्रामीण पत्रकारों के लिए एक वार्तालाप कार्यशाला का आयोजन होटल स्प्रिन्ग्स, मीरजापुर, किया गया।

कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल एवं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वरीय प्राध्यापक डा बाला लखेंद्र, केंद्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के निदेशक मनोज वर्मा, श्री श्याम सुंदर केशरी नगर पालिका अध्यक्ष मीरजापुर, वरिष्ठ पत्रकार अमरेश मिश्र, पूर्व सूचना अधिकारी डाॅ नरसिंह राम, डाॅ लालजी और पीआईबी वाराणसी के मीडिया एवम् संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।


कार्याशाला को सम्बोधित करते हुये मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कहा कि खबरों का आकार विस्तृत हो गया है।

 

लिहाजा ये पत्रकारों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण हो गया है कि वे तथ्यपरक खबरों की शिनाख्त करके आमजन मानस को भ्रांतियों से बचाएं। उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन क्षेत्रीय पत्रकारों और भारत सरकार के बीच संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से किया गया।

 

कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के 100 से अधिक पत्रकारों ने हिस्सा लिया।

उन्होंने कहा कि वार्तालाप कार्यक्रम उद्देश्यपरक है। आज इस वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों के लिए किया गया है। मंत्री जी ने इस वार्तालाप कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में केवल छह जनपद में ही ऐसा कार्यक्रम हो पाया है। उनमें से मीरजापुर में वार्तालाप अब तक दो बार हो चुका है।

 

गौरतलब है कि इससे पूर्व गत वर्ष नवंबर में जनपद के लालगंज तहसील में वार्तालाप का कार्यक्रम हुआ था। उन्होंने पत्रकारों को लोकतंत्र का सजग प्रहरी कहा। भारत सरकार की तमाम कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए पत्रकारों की महती भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि कई सारे पात्र लाभार्थी योजनाओं के लाभ से जानकारी के अभाव में वंचित रह जाते हैं। अतः ऐसे लोगों को योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देना आपका महती कर्तव्य है। उन्होंने कार्यशाला में आए पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी कलमवीर हैं

 

आपकी कलम की बहुत ताकत है। अतः आपसे संयम की अपेक्षा है। आप अपनी लेखनी का उपयोग जनहित में बहुत सोच समझकर करेंगे। यदि नदी में बाढ़ आ जाए तो चहुंओर तबाही मच जाती है।

 

प्रकृति के संवर्धन के लिए नदी का नियंत्रित रूप से बहना बहुत जरूरी होता है। ठीक उसी प्रकार पत्रकार अपनी कलम का सदुपयोग संयमपूर्वक करें।

 

उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा का उल्लेख करते हुए बताया कि आजाद हिंदुस्तान में विकसित भारत संकल्प यात्रा की पहल नजीर पेश करती है। विगत वर्ष जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया गया था।

 

इस अभियान के माध्यम से ऐसे लोग जो जन कल्याणकारी योजनाओं से वंचित रह गए थे, उनको त्वरित लाभ पहुंचाया जा रहा है। इस योजना को उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई महत्वपूर्ण पहल बतलायीं।

 

उन्होंने वार्तालाप कार्यशाला की महत्ता को प्रतिपादित करते हुए पत्रकारों से अपील की कि इस कार्यशाला के माध्यम से सरकार की योजनों को गहनता एवं विस्तारपूर्वक जानें और उन्हें लक्षित समूहों तक पहुंचाने में अपनी महती भूमिका अदा करें। पत्रकारिता की रूपरेखा पर उन्होंने प्रकाश डालते हुए बताया कि पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं हो सकती।

 

उन्होंने बताया कि तथ्यपरक खबरों को जनता तक पहुंचाना आपकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। अनुप्रिया पटेल ने मोदी सरकार में विकास की बहती गंगा का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। आज देश के विभिन्न आयामों में विकास हो रहा है

 

चाहे वह स्थापत्य क्षेत्र हो या सड़क निर्माण, या मेट्रो कनेक्शन हो या रेलवे का विकास।  उन्होंने पत्र सूचना कार्यालय की ओर से आकस्मिक आपदा के शिकार हुए पंजीकृत एवम मान्यताप्राप्त पत्रकारों के लिए पत्रकार कल्याण योजना के तहत विभिन्न श्रेणियों में मिलने वाली सहायता राशि का भी जिक्र किया।

 


 वार्तालाप कार्यक्रम में मीरजापुर की जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने अपनी बात रखते हुए बताया कि वार्तालाप के माध्यम से पत्रकार साथियों की समस्याओं तथा उनके समक्ष पत्रकारिता करते हुए आई चुनौतियों पर व्यापक विमर्श किया जाएगा।

 

उन्होंने पत्रकारिता को निष्पक्ष तथा पारदर्शी होने के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने बताया कि पत्रकारिता जनता की समस्याओं को प्रतिबिंबित करती है। वहीं इस कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर आए केंद्रीय संचार ब्यूरो लखनऊ के निदेशक मनोज कुमार वर्मा ने वार्तालाप को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम बताया।

 

उन्होंने इस कार्यक्रम के माध्यम से पत्रकारों के लिए सरकार से सीधे जुड़ने का साधन बतलाया। उन्होंने कहा कि पत्रकार सरकार एवं जनता के मध्य सेतु का कार्य करते हैं। उन्होंने पत्रकारों से सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक प्रसारित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मीडिया सरकार की आंख और कान के रूप में कार्य करती है और प्रतिक्रिया प्राप्त करने व जमीनी स्तर पर योजनाओं के कार्यान्वयन के संबंध में चिंताओं को दूर करने के लिए इस तरह का समन्वय आवश्यक है।

तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि खबर की प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए पीआईबी फैक्ट चेक की प्रणाली अपनाई गई है। किसी भी तथ्य की पुष्टि करने के लिए पीआईबी की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।

 


वरिष्ठ पत्रकार श्री एस एम सबा ने बदलते दौर में पत्रकारिता के स्वरूप और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर चर्चा की। वरिष्ठ पत्रकार अमरेश मिश्र ने अपने क्षेत्र में पत्रकारों की सकारात्मक भूमिका की सराहना की।

 

उन्होंने एक मंच पर विधायिका, कार्यपालिका और पत्रकारों को एकजुट करने के लिए पीआईबी को धन्यवाद दिया। वरिष्ठ पत्रकार श्याम मोहन उपाध्याय ने पत्रकारों को निर्भरता पूर्वक पत्रकारिता करने की सलाह दी।

 

मंच संचालन और धन्यवाद ज्ञापन सीबीसी वाराणसी के अधिकारी डाॅ लालजी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पसूका वाराणसी के भारत भूषण तिवारी और प्रदीप राजभर, शिव कुमार झा, बिनीत तथा सीबीसी लखनऊ के लक्ष्मण शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

 

 

इस खबर को शेयर करें: