देवरियाः भागलपुर विकास खंड तहसील बरहज थाना क्षेत्र मईल के हमलावरों को पकड़ने में नाकाम रही मईल पुलिस वह मामूली सी धाराओं में इस जानलेवा हमले का पंजीकरण करना निराशाजनक बात है.
एक माह पूर्व वरिष्ठ पत्रकार जनार्दन कुशवाहा के ऊपर हुए प्राणघातक हमले में हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित विभिन्न पत्रकार संगठनों के पत्रकार और प्रधान संगठन के तत्वावधान में अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर मईल थाना के घेराव किया. पुलिस अधीक्षक देवरिया को सम्बोधित ज्ञापन क्षेत्राधिकारी बरहज को सौंपा और दस दिनों में कार्यवाही नहीं होने पर जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दिया है. पत्रकारों और प्रधानों के आंदोलन को देखते हुए मईल थाना पर बरहज सहित अन्य थानों की पुलिस फोर्स बुलाली गई थी.
रविवार को पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह के नेतृत्व में नेशनल प्रेस यूनियन, राष्टीय पत्रकार सुरक्षा संघ भारत, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन, पत्रकार एकता समन्वय समिति और राष्ट्रीय पंचायतीराज ग्राम प्रधान संगठन के संयुक्त तत्वावधान में पत्रकार एन डी देहाती, विपुल तिवारी, दिलीप कुमार मल्ल, सीपी शुक्ला, जनार्दन कुशवाहा, पदमाकर मिश्र, बीरेंद्र पाण्डे, असफाक अंसारी, सेराज, शरीफ, तुफैल, तिरसुल तिवारी, एस पी कुशवाहा , विजय कुमार यादव,अजय कुमार पाण्डेय, डाक्टर गोपेश कुमार, लियाकत अहमद, गोविंद मिश्र, वरूण मिश्र, प्रदीप मौर्य, रविशंकर तिवारी, अवध नारायण मिश्रा ,संतोष कुमार सिंह, शैलेश उपाध्याय, सुशील कुमार सिंह, दिनेश कसेरा, प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, रामू यादव, तारकेश्वर गुप्ता, कामेश वर्मा, विकास तिवारी, विवेकधर द्विवेदी, विनय मिश्र, दिलीप कुमार भारती, फैज इनाम, मिथिलेश कुमार, शहबाज खान, सूर्य प्रकाश सिंह, भगवान उपाध्याय, पवन पाण्डेय, सुभाष मिश्र, देवेन्द्र मिश्र, बी के पाण्डेय, पद्माकर मिश्र, त्रिशूल तिवारी, कालिका तिवारी, राम भरोसा चौरसिया, बसंत साहनी, विद्या नंद कुमार, नंद कुमार, शिव प्रताप कुशवाहा, प्रधान संघ जिलाध्यक्ष अशोक मिश्र, डाक्टर राम मनोहर त्रिपाठी, ऋषि नाथ मिश्र,प्रमोद सिंह, अमरेंद्र सिंह, सदानंद कुशवाहा, दिलीप कुमार, धनंजय मणि, शैलेंद्र उपाध्याय, अजीत कुमार सिंह, गुड्डू पाण्डेय, उदय प्रताप सिंह, सहित सैकड़ों पत्रकार और प्रधान सम्मिलित रहे. क्षेत्राधिकारी बरहज पंचम लाल ने आश्वस्त किया कि हमलावरों के खिलाफ कार्यवाही शीघ्र होगी.
रिपोर्ट- शिवप्रताप कुशवाहा