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आगरा क्षेत्र के बुद्धा का नगला जगनेर रोड स्थित पर एकादशी के पावन पर्व पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन हुआ  आज कलश यात्रा से शुभारंभ हुआ भागवत कथा का संपूर्ण वर्णन संजय शास्त्री द्वारा मुखारबिंद  से कथा का वर्णन किया कलश यात्रा को शहर में भीमरण कराया गया भक्तों का सैलाब उम्रपाड़ा बांके बिहारी के जयकारों से माहौल गूंज उठा


भागवत कलश यात्रा एक धार्मिक आयोजन है जो श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के पूर्व आयोजित की जाती है। यह यात्रा कथा स्थल से प्रारंभ होकर गांव के विभिन्न मार्गों से गुजरती है, जिसमें भक्त महिलाएं सिर पर कलश लेकर चलती हैं और भक्ति गीत गाती हैं।

हाल ही में, मथुरा के पास पारनडीह गांव में एक सप्त दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ के पूर्व कलश यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर कथा व्यास आचार्य कृष्ण देव ने अगुवाई की और भक्तों ने भगवान का जयकारा लगाया।

इसी तरह का आयोजन मुजफ्फरनगर के बच्चन सिंह कालोनी में भी हुआ, जहां कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा व्यास गंगोत्री तिवारी मृदुल महाराज ने श्रीमद्भागवत महिमा का वर्णन किया और बताया कि कैसे भगवत कथा करने से पूर्वजों का उद्धार होता है।

कलश यात्रा के महत्व धार्मिक आयोजन कलश यात्रा एक धार्मिक आयोजन है जो श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के पूर्व आयोजित की जाती है।
भक्ति और आध्यात्म यह यात्रा भक्ति और आध्यात्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें भक्त भगवान की भक्ति में लीन होते हैं।
सांस्कृतिक महत्व कलश यात्रा सांस्कृतिक महत्व भी रखती है, जो परंपरा और संस्कृति को बढ़ावा देती 

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