वाराणसीः काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव का वार्षिक श्रृंगार महोत्सव एवं भण्डारा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बाबा की नैनाभिराम झांकी सजायी गयी। मंदिर के प्रांगण को फूल-मालाओं, कामिनी की पत्ती एवं देशी विदेशी फूलों से इस प्रकार से सजाया गया कि दर्शन करने आए श्रद्धालु आत्मविभोर हो गये।
बाबा का पंचमेवा स्नान करके और उन्हें वस्त्र लगाकर मनमोहक झांकी सजाकर मंदिर का दरबार भक्तों के लिए खोला गया। बाबा के दर्शन प्राप्त करने लिए उनके भक्त लंबी कतार में खड़े रहें। घंटों कतार में खड़े होने के बाद जब भक्तों को बाबा कालभैरव के दर्शन प्राप्त हुए तो उनके रूप ने सभी को भावविभोर कर दिया। इतना ही नही कपाट खुलते ही भक्तों ने बाबा के जयकारे से समूचा क्षेत्र बाबामय हो गया।
पंडित सुमित उपाध्याय ने बताया कि दोपहर भोग आरती के बाद बाबा को नयी रजत मुखौटा लगाकर भव्य स्वरूप झांकी की आरती उतारी जायेंगी। विभिन्न प्रकार का मिष्ठान, फल, पकवान, मदिरा, भोग लगाकर आरती कर पुनः कपाट खोला जायेगा। शाम 6 बजे से भजन संध्या भी आयोजन होगा। मध्यरात्रि में बाबा की महाआरती की जाएगी। इस अवसर पर बाबा का दरबार कामिनी की पत्ती एवं देशी विदेशी फूलों से जहां अलौकिक रहा, वहां मंदिर के आने वाले मार्गों में आकर्षक सजावट की गयी थी। वहीं कालभैरव मंदिर चौराहे पर भण्डारे का आयोजन किया जायेगा। जो देर रात तक चलता रहेगा।