Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

चंदौलीः क्षेत्र के दरियापुर में शनिवार की शाम को "एक शाम साहित्य के नाम" आल इंडिया मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल यादव ने पुष्प गुच्छ व अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया । 


             कार्यक्रम के शुरुआती दौर में शायर शहजादा कलीम जिन्हें मोहब्बत का सारस कहा जाता है, अपने अंदाज उन्होंने में शायरी पढ़ी और लोगों ने खूब सराहा। उन्होंने "न जाने क्यूं खता अब मैं यहीं हर बार करता हूं,किसी मासूम सी पगली से
आंखें चार करता हूं"। "मैं गाता फिरता हूं दुनिया में यारों प्यार मत करना
मगर खुद क्यों किसी से टूटकर फिर प्यार करता हूं"। शायर अख्तर इलाहाबादी ने देश के गद्दारों को धिक्कारा और अपनी नज़्म पेश करते हुए "मेरा तुम कत्ल कर दो या मुझे सूली पर चढ़ा दो तुम,मगर हक बात कहने से मैं हरगिज डर नहीं सकता ।


मैं शायर हूं सदा अपने कलम से वार करता हूं । शायर रेहान हाशमी समाज के दुख दर्द को बेबाकी व जुर्रत के साथ पेश किया । गुल ए सबा फतेहपुरी ने अपनी नज़्म से लोगों के दिलों पर छा गई और लोगों ने खूब ठहाके लगाये । मुशायरे में शायरों और कवियों ने अपनी नज़्म , कविता और गजल , शायरी से सारी रात श्रोताओं को हंसाया और गुदगुदाया । रिज़वान अहमद ने कहा कि मुशायरा हमारे जीवन का एक हिस्सा है मुशायरा से हम एक दूसरे के और करीब आते हैं।दिल की बातें अपने नज़्म के साथ सभी लोगों तक पहुंचाना ही मुशायरे का मुख्य उद्देश्य होता हैं।
         

  इस दौरान विशिष्ठ अतिथि बीएचयू प्रो0 डॉ0 नसीम,सपा राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह काका,अध्यक्ष अल्पसंखयक समाज उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी, शहनाज आलम, आयोजक शाहिद जमाल, मुहम्मद फैज़ आकिब, फैयाज़ अहमद जिया अहमद,फैसल उमर, आफताब, फ़ज़ल अहमद, सुभाष यादव, प्रभुनारायण सिंह लल्ला, धनंजय सिंह, मोहम्मद शाहिद,बाबर अली,हारिस,रफत जमाल,मुहम्मद फारूक ज़ीशान अहमद ,मोहम्मद आरिफ,अतीक अहमद,हकीक अहमद आदि उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन शायर शहज़ादा कलीम और धन्यवाद मुहम्मद फारूक ने किया ।

रिपोर्ट- अलीम हासमी

इस खबर को शेयर करें: