खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में आज दिनांक 05.01.2025 की कुल बिकी एक करोड़ नब्बे लाख रही। प्रदर्शनी में आज दिनांक 05.01.2025 को मॉ मुण्डेश्वरी म्यूजिक वाराणसी की गायिका गरिमा मिश्रा द्वारा भजन की प्रस्तुति की गयी। खादी वस्त्रों व ग्रामोद्योगी वस्तुओं की जमकर खरीदारी हो रही है। उपभोक्ता खादी पर 30 प्रतिशत छूट का लाभ उठा रहे है।
प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य प्रदेश दूरस्थ स्थानों के कामगारों द्वारा उत्पादित खादी ग्रामोद्योग सामानों की अधिक से अधिक बिकी हो, ताकि उनकी आजीविका में सुधार हो सकें और माहात्मा गाँधी जी का सपना साकार हो।
इस प्रदर्शनी में कुल 113 स्टाल लगाये गये है, जिसमें 25 स्टाल खादी उद्योग एवं 88 स्टाल ग्रामोद्योगी उत्पाद के लगे है। खादी ग्रामोद्योग प्रदर्षनी दिनांक 27 दिसम्बर, 2024 से 10 जनवरी, 2025 तक चलेगी खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में खादी के आधुनिक वस्त्र, खादी के बने कटिया, मूंगा और सूती वस्त्र, कुर्ता, पैजामा, शर्ट, गमछा, धोती, रूमाल, लूंगी, रजाई गददे, डिजाईनर साड़ियों, बनारसी साड़ियों काटन की साड़ियों और काश्मीरी शाल, सूट स्टाल, स्वेटर जैकेट एवं उत्तराखण्ड की ऊनी जैकेट एवं सहारनपुर के बने कम्बल, नक्काशीदार सोफा, बेड, दिवान झूला एवं लकडी के बने आधुनिक सामान। प्रतापगढ एवं वाराणसी के ऑवला से निर्मितं खाद्य सामग्री जैसे लडडू बर्फी, कैंडी, सिरका एवं अॅचार जैसे आम का अचार नीबू का अॅचार, लहसून का आचार एवं अदरक आचार, कानपुर के बने चमडे के सामान जैसे जूता, चप्पल, बेल्ट, पर्स एवं आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से बनी दवायें एवं चन्दन, चन्दन फेस पैक एवं रूदाक्ष, अंगूठी और दर्द नाशक तेल प्रदर्शनी में भारी छूट के साथ उपलब्ध है। प्रदर्शनी में आये हुए सभी लोगो से अनुरोध है कि स्वदेशी सामान खरीद कर इस देश को मजबूत बनाइये।
प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के उद्यमियों को बाजार उपलब्ध कराना एवं विपणन में सहायता व बिक्री के लिये प्रोत्साहित किया जाना है।