![Shaurya News India](backend/newsphotos/1725260903-1000316679.jpg)
शहाबगंज,चन्दौली।किसान विकास मंच के तत्वावधान में रविवार को ग्राम खिलची में किसान चौपाल का आयोजन किया गया। इस चौपाल में किसानों की कृषि संबंधी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
किसानों ने अपनी प्रमुख समस्याओं को उजागर करते हुए बताया कि समितियों पर खाद की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है, जिसके कारण वे मजबूरन प्राइवेट दुकानदारों से ऊंचे दामों पर खाद खरीदने को विवश हैं।
किसानों ने मूसाखांड बाँध की जर्जर स्थिति पर भी चिंता जताई। बाँध की क्षमता 63 फुट पानी धारण करने की है,
लेकिन वर्तमान में केवल 55 फुट पानी ही रखा जाता है, जिससे किसानों को सिंचाई में कठिनाई होती है। निचोट माइनर की हालत भी खराब है, जो झाड़-झंखाड़ से पटी हुई है, और इलिया फीडर की क्षमता में आज तक कोई वृद्धि नहीं की गई है।
इसके अतिरिक्त, वक्ताओं ने गेहूं की खड़ी पकी फसल के आगजनी का शिकार होने पर दुख प्रकट किया और कहा कि अब तक कई किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। चौपाल में किसानों ने मिलकर इस बात पर भी जोर दिया कि किसानों के बीच से ही कार्यकर्ताओं का निर्माण किया जाए,
जो उनकी समस्याओं को आगे बढ़ाने में सक्षम हों। समस्याओं के समाधान हेतु किसान विकास मंच का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी कार्यालय और विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता से मिलने की योजना बना रहा है।
इस चौपाल में राधेश्याम पांडेय, जैनाथ सिंह, अयूब खान, उपेन्द्र सिंह, विजयशंकर सिंह, हबिलाश यादव, मुन्ना पांडेय, अरुण सिंह, रमेश पांडेय, रामनगीना सिंह, राजेश्वर सिंह, और दीनबंधू सिंह जैसे प्रमुख किसान नेता मौजूद रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक द्विवेदी ने की और संचालन राममवध सिंह ने किया। चौपाल में उपस्थित सभी लोगों ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का संकल्प लिया।