सावन के अंतिम दिन शिव मंदिरों में भक्तों की भी उमड़ी हुई है। सुबह से ही श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के धाम पहुंच रहे हैं। सुबह मंगला आरती के बाद मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। आज बाबा के मंगला आरती में उन्हें राखी पहनाई गई। महिलाएं भी राखी लेकर बाबा विश्वनाथ को चढ़ाने के लिए पहुंच रही है।
5 गेट से हो रहा भक्तों का प्रवेश
"श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर चार, नंदू फारिया, सिल्को गली, ढुंढिराज और सरस्वती फाटक से प्रवेश दिया जाएगा। गंगा में बाढ़ की वजह से ललिता घाट से श्रद्धालुओं का प्रवेश अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किया गया है। दर्शन के लिए आने वाले वृद्ध, अशक्त, दिव्यांगजन और बच्चों के लिए गोदौलिया से मैदागिन तक निशुल्क ई-रिक्शा का संचालन किया जा रहा है। परिवार से बिछड़े तो यहां पहुंचे
आज परिवार संग झूले पर सवार होंगे बाबा विश्वनाथ
आज,सावन पूर्णिमा के दिन पंचबदन प्रतिमा का झूलनोत्सव श्रृंगार होगा। रात्रि में श्रृंगार आरती के समय बाबा के पंचबदन प्रतिमा का पंच गव्य स्नान कराया जायेगा। उसके बाद बाबा विश्वनाथ, माता गौरा और प्रथम पूज्य भगवान गणेश का फूलों से श्रृंगार होगा। इसके बाद उनकी आरती उतारी जायेगी। हालांकि आरती से पहले पंच बदन प्रतिमा को धाम में घुमाया भी जायेगा।