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चन्दौली धानापुर। क्षेत्र के रामलीला चबूतरे पर दसवे दिवस की रामलीला मे स्थानीय बाल एवं व्यस्क कलाकारों द्वारा लक्ष्मण शक्ति लीला का मंचन किया गया। इस दौरान स्थानीय कलाकारों ने शानदार मंचन की प्रस्तुति दी!


लंका के राजा रावण की ओर से सेनापति मेघनाथ और लक्ष्मण में घनघोर युद्ध प्रारम्भ होता है। अंत में मायावी मेघनाथ के शक्ति बाण से लक्ष्मण मूर्छित हो जाते हैं।रामलीला में लक्ष्मण पर शक्ति का प्रयोग होने से श्रीराम दल के सेना हाहाकार मच जाता है ।
लक्ष्मण बना कलाकार मुरछित हो जाता है,,,


तब जाकर जामवंत हनुमान जी को उनका बल याद दिलाते है,,
सुखेन वैद्य को उनके घर सहित हनुमानजी रामा दल में लेकर आए और सुखेन वैद्य के बताए अनुसार सूर्योदय से पूर्व संजीवनी लाने की बात पर हनुमानजी संजीवनी लेकर रामा दल में पहुंचे। संजीवनी से लक्ष्मण की मूर्छा खुलने से रामा दल में खुशी की लहर छा जाती है । 


उधर, युद्ध में कुंभकरण के मारे जाने पर रावण व्यथित हो उठता है । कलाकार मे राम (शिवांश) लक्ष्मण (देवांश) भरत (अमन) रावण (श्याम सुंदर) मेघनाथ (मृगांक द्विवेदी) विभीषण (शुभम मिश्रा) हनुमान (अच्युतानंद मिश्र) जामवंत (अजय ) कालनेमी (अशोक ) मकड़ा (ओमकार) वानरी  sena (जुगनू शशांक जिगर आशु पिकल) राक्षसी सेना (आशुतोष सूर्यकांत आयुष अनुराग गंगा) है।
कलाकारों के इस मंचन को दर्शकों ने खूब सराहा।

 

रिपोर्ट आलिम हाशमी

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