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चन्दौलीः मॉं खण्डवारी महिला महाविद्यालय चहनियॉं के सभागार में बुधवार को उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान लखनऊ द्वारा “हिन्दी भाषा के विकास में नाथ सम्प्रदाय का योगदान “ विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।  सर्वप्रथम मुख्य अतिथि व अध्यक्ष वरिष्ठ समीक्षक प्रो0 नरेंद्र नाथ राय द्वारा मॉं सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया । संस्था के प्रबंध निदेशक डॉ0 आशुतोष सिंह कैलाशी ने अतिथियों का स्वागत भाषण के माध्यम से तथा स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट कर के किया । 
             

इस दौरान संगोष्ठी में मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में प्रो0 नरेंद्र नाथ राय ने कहा कि नाथ समप्रदाय के साहित्य से भारत के इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है । गुरू गोरक्षनाथ द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने से देश व समाज का विकास होगा । अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ0 राजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि नाथ सम्प्रदाय ने हिन्दी साहित्य में काफ़ी योगदान दिया । पाठ्यक्रम में नाथ सम्प्रदाय के साहित्य को समृद्ध किया जाना चाहिए । जिससे आने वाली पीढ़ी को सटीक जानकारी प्राप्त हो सके । वक्ता के रूप में मॉं खण्डवारी पीजी कॉलेज के हिंदी के प्रवक्ता डॉ0 राधाकान्त पाठक ने नाथ सम्प्रदाय के हिन्दी साहित्य में योगदान का मूल्यांकन किया तथा मॉं खण्डवारी महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 अश्विनी श्रीवास्तव ने नाथ सम्प्रदाय के इतिहास की व्याख्या किया । कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 अशोक कुमार राय ( वरिष्ठ साहित्यकार ) ने संचालन करते हुए कविताओं के माध्यम से साहित्य की जानकारियाँ दीं। संगोष्ठी में 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया ।
     

   जिसमें मुख्य रूप से अमरजीत यादव, उमेश यादव, अवनीश गुप्ता, लवकुश पाण्डेय, सुनीता गुप्ता, शालिनी शर्मा, मु0 सलाउद्दीन, राजेश, जयप्रकाश, रंजन, नरेंद्र, महिमा, नम्रता, रुबी, प्रियंका, हर्षिता आदि लोग उपस्थित रहे ।

रिपोर्ट- अलीम हाशमी

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