वाराणसी।महाशिवरात्रि की भोर में ही बाबा के दर्शन पाने के लिए श्रद्धालुओं ने सभी पांचों प्रवेश द्वारों पर लंबी-लंबी कतारें लगा ली हैं।
पूरा क्षेत्र हर-हर महादेव के उद्घोष से गूज रहा है।
बता दें कि इस वर्ष में लगातार 45 घंटों तक भक्तों को दर्शन देते हैं तथा रात्रि जागरण करते हैं। रात्रि जागरण के दौरान चार प्रहर की आरती के साथ ही विवाह की रस्में, विधि-विधान से निभाई जाती हैं।
मंदिर के पट शुक्रवार की भोर में खुला है अब यह फिर शनिवार की रात में शयन आरती के बाद ही बंद होंगे। बीच-बीच में श्रद्धालु बाबा का झांकी दर्शन करते रहेंगे।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम तक बाबा के दर्शन-पूजन को पहुंचने में वृद्ध, अशक्त एवं दिव्यांग श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो, इसके लिए भी मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। ऐसे श्रद्धालुओं को ई-रिक्शा व व्हील चेयर के माध्यम से बाबा दरबार तक ले जाया जा रहा है।
महाशिवरात्रि पर्व पर आदिदेव महादेव का निवास स्थल श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को विविध रंग के पुष्पों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। मंदिर द्वारा नियुक्त माली की देखरेख में पूरा परिसर व परिसर में स्थापित सभी मंदिरों की मनोहारी साज-सज्जा की गई है। मंदिर प्रशासन ने बाबा के दर्शन को पहुंचने वाले भक्तों का स्वागत पुष्प वर्षा कर करने की योजना बनाई है।
नगर में स्मार्ट सिटी द्वारा जगह-जगह लगाए गए एलईडी स्क्रीनों पर बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में चल रहे उत्सवों, आयोजनों, आरती-भोगों व दर्शन-पूजन, अभिषेक का सीधा प्रसारण किया जा रहा है।
रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से लेकर लगभग प्रत्येक तिराहे-चौराहे पर इन एलईडी स्क्रीन से श्रद्धालु बाबा के गर्भगृह का दर्शन पा रहे हैं। इसके अतिरिक्त मंदिर प्रशासन ने मंदिर में पीए प्रणाली, खोया पाया केंद्र की स्थापना, धाम में विभिन्न स्थानों पर दर्शनार्थियों हेतु पेय जल की व्यवस्था की गई है।