वाराणसीः काशी को मोक्ष नगरी कहा जाता है। प्राचीन काल से ही यहां मृत्यु की इच्छा को लेकर भी दुर दराज से लोग आते हैं। वही आधुनिकता के दौर में अब विदेशी नागरिक भी अपने जीवन का अंतिम समय काशी में व्यतीत करने की इच्छा जाता रहे हैं। जी हां कुछ ऐसी ही कहानी है फ्रांस के रहने वाले माइकल मैंक्रोंन पैन की।
दरअसल, माइकल की उम्र 60 वर्ष है और वह फ्रांस के रहने वाले हैं। लेकिन दुर्भाग्य वश वह स्टमक कैंसर के लास्ट स्टेज पर हैं। उन्होंने किताबों में पढ़ा था कि काशी को मोक्ष की नगरी कहा जाता है. और इस जगह पर व्यक्ति की मृत्यु होने से उसे जन्म मरण के चक्कर से मुक्ति मिल जाती है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार माइकल वाराणसी के कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती हैं।
रिपोर्ट- मंजू द्विवेदी