वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के 24 घंटे बाद शासन ने जिले में नए पुलिस कमिश्नर की तैनाती की है।
पीएम मोदी की नाराजगी के चलते शासन ने एडीजी मुथा अशोक जैन को हटा दिया है।
आईआईटी बीएचयू दुष्कर्मकांड समेत कानून व्यवस्था में नाकामी के चलते सीपी पर गाज गिरी है।
अशोक जैन को एडीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड में जिम्मेदारी दी गई है।
उन्हें वाराणसी में नंबर 2022 में सीपी बनाया गया था। वही सीपी मुथा अशोक जैन के स्थानांतरण की जानकारी मिलने के साथ ही पुलिस महकमे उथल-पुथल शुरू हो गई है।
उधर आईपीएस मोहित अग्रवाल वाराणसी के तीसरे पुलिस कमिश्नर होंगे। बरेली के फरीदपुर के निवासी एडीजी मोहित अग्रवाल 1997 बैच के आईपीएस अफसर हैं 2024 में उन्नाव और 2007 में कानपुर देहात में एसपी भी रह चुके हैं।
एटीएस में तैनाती से पहले मोहित अग्रवाल की कानपुर रेंज में आईजी रहे हैं। 4 जुलाई 2019 से लेकर 2 साल तक आईजी रहे।
विकरु कांड के बाद सुरेश अभियुक्तों के साथ पुलिस की पहली मुठभेड़ में आईजी खुद शामिल रहे थे।
वाराणसी में दूसरे पुलिस आयुक्त के तौर पर अशोक मुथा जैन को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौट के बाद चार्ज मिला था। 1995 बैच के आईपीएस वाराणसी में एसपी सिटी भी रहे थे। हालांकि पुलिस आयुक्त नियुक्त होने से पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में वह डिप्टी डायरेक्टर जनरल थे।
अभिनेता शाहरुख खान के बेटे व अभिनेता सुशांत राजपूत, रिया चक्रवर्ती ड्रग प्रकरण में काफी सुर्खिया भी बटोरी थी। वाराणसी कमिश्नरेट के तत्कालीन सीपी का ट्रांसफर हो जाने के बाद वाराणसी पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। पुलिस कर्मियों में यह बातें होने लगी की आखिरकार क वाराणसी को किस कारण हटाया गया। इसका कुछ पता नहीं चल सका लेकिन विश्वस्त सूत्रों के मन तो बीते दिनों आईटीआई वीएचयू मैं हुए दुष्कर्म कांड में बरते गए लापरवाही वाराणसी जनपद के कई विधायक व राजनेता सीपी से नाराज चल रहे थे। पीएम और सीएम से किए गए शिकायत के बाद उन्हें हटाने की कार्रवाई की गई।
रिपोर्ट- जगदीश शुक्ला