7 मंजिला इमारत में होंगे 200 बेड
वाराणसी बीएचयू में बन रहे नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग (एनसीए) के निर्माण कार्य ने महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है। इस सात मंजिला इमारत में 200 बेड होंगे। 12 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के बाद निर्माण कार्य में तेज़ी आई है, जिससे परियोजना की गति मिली है।
एनसीए के नोडल अधिकारी प्रो. अनूप सिंह ने जानकारी दी कि यह केंद्र दिसंबर 2025 तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके संचालन के लिए आवश्यक उपकरण, फर्नीचर की खरीद और मानव संसाधन की नियुक्ति प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) इस परियोजना के सभी आवर्ती खर्चों को वहन करेगा। यह निर्णय सरकार की वृद्धजन स्वास्थ्य देखभाल के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एनसीए को आईएमएस-बीएचयू के जेरिएट्रिक मेडिसिन विभाग में चल रहे राष्ट्रीय बुजुर्ग स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम (एनपीएचसीई) के तहत विकसित किया जा रहा है। इस केंद्र में डायलिसिस यूनिट, आईसीयू, एचडीयू, स्लीप लैब, योग थेरेपी, फिजियोथेरेपी तथा निजी और सामान्य वार्ड जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
स्पेशलिटी ब्लॉक से जोड़ने के लिए एक समर्पित फ्लोर बनाया जा रहा है, जिससे मरीजों के रेफरल और ट्रांसफर को आसान बनाया जा सके। साथ ही, पिछले सप्ताह विश्वविद्यालय प्रशासन ने एनसीए के लिए 1,000 वर्ग मीटर का पार्किंग क्षेत्र भी स्वीकृत किया है।
रिपोर्ट रोशनी