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वाराणसी सतत कृषि और आजीविका सुरक्षा के लिए नए परिप्रेक्ष्य विषय पर 8वें राष्ट्रीय युवा सम्मेलन के पहले दिन के सत्र का उद्घाटन आज कृषि विज्ञान संस्थान, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश में किया गया।
अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ, एआईएएसए, नई दिल्ली, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नई दिल्ली और कृषि विज्ञान संस्थान, बीएचयू, वाराणसी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में वैज्ञानिक समुदाय और जीवंत युवा लोगों के एक विविध समूह ने भाग लिया।
कृषि और आजीविका सुरक्षा सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। “श्री सूर्य प्रताप शाही, माननीय कृषि मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि थे
। डॉ. आर.सी. अग्रवाल, डीडीजी, आईसीएआर, नई दिल्ली और डॉ. आर.जी. अग्रवाल धानुका एग्रीटेक के अध्यक्ष उद्घाटन सत्र के सम्मानित अतिथि थे। मंत्री जी ने भारतीय कृषि के सामने आने वाली चुनौतियों से संबंधित प्रमुख मुद्दों को संबोधित किया,
जिन्हें प्रमुख वैज्ञानिक प्रस्तावों के माध्यम से कम करने की आवश्यकता है और सम्मेलन के दौरान कृषि और खाद्य सुरक्षा के विभिन्न विषयगत क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने देश में कृषि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारों द्वारा की गई विभिन्न प्रमुख पहलों पर भी जोर दिया। प्रो. एस.वी.एस. राजू, निदेशक, कृषि विज्ञान संस्थान, बी.एच.यू. ने स्वागत भाषण दिया।
प्रोफेसर यू.पी. सिंह, डीन कृषि संकाय, बी.एच.यू. ने अपने भाषण से दर्शकों को संबोधित किया। श्री वी.रामविलास पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, एआईएएसए, नई दिल्ली ने परिचयात्मक खंड दिया। एआईएएसए के मुख्य नीति सलाहकार डॉ. सहदेव सिंह ने भी सभा को संबोधित किया।
राष्ट्रीय आयोजन सचिव डॉ. आशीष खंडेलवाल ने दर्शकों को सम्मेलन के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर सम्मेलन की स्मारिका एवं सार-संक्षेप पुस्तक का विमोचन गणमान्य अतिथियों द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विभिन्न पुरस्कार विजेताओं को एआईएएसए पुरस्कार भी प्रदान किये गये। उद्घाटन सत्र प्रोफेसर अमिताव रक्षित द्वारा प्रस्तावित धन्यवाद प्रस्ताव और उसके बाद राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुआ।
रिपोर्ट समीर