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वाराणसी। आने वाली गांधी जी के शहादत दिवस के परिपेक्ष में एनएसयूआई बीएचयू इकाई विभिन्न प्रतियोगिताएं करा रही है, इसी कड़ी में २७ जनवरी को बीएचयू स्थित मधुबन वाटिका में एनएसयूआई बीएचयू द्वारा भाषण तथा काव्य प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया ।
इस दौरान विज्ञान संकाय के पूर्व डीन मल्लिकार्जुन जोशी जी ने कहा कि_गांधी के स्वीकार्यता का कारण उनके आम जनमानस के सवालों और जीवनचर्या से जुड़े होना था, बापू केवल राजनैतिक मुद्दों के हल को प्राथमिकता नहीं देते थे, अपितु वो सामाजिक बदलाव के माध्यम से समाज को उस काबिल बनाना चाहते थे जिसमें एक राजनैतिक चेतना हो।
»› इस दौरान सैकड़ों छात्रों ने “उन्माद के दौर में_गांधी और बुद्ध” विषय पर गांधी जी पर अपने विचार रख उन्हें नमन किया। काव्य प्रतियोगिता के दौरान सैकड़ों छात्रों ने सत्य , अहिंसा , स्वदेशी , खादी , स्वराज , महिला सशक्तिकरण , शिक्षा , प्रेरणा से जुड़े कविताओं के माध्यम से गांधी जी को नमन किया।
भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभागियों का_मूल्यांकन वनस्पति विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो० एन०के० दूबे और भारत अध्ययन केंद्र के डॉ० ज्ञान प्रकाश मौर्य जी ने किया। वहीं काव्य प्रतियोगिता का मूल्यांकन डॉ० विहाग वैभव, डॉ० पूजा यादव और डॉ० अलका गुप्ता ने किया।
_कार्यक्रम का संचालन संध्या यादव और पल मिश्रा ने किया, और धन्यवाद ज्ञापन आयुष सिंह ने दिया।
इस दौरान_रिया, संध्या, अर्पिता, रोज, पल, अराधना, स्वीटी, बबिता, आयुष, अभिषेक, रवि, केशव, देवेंद्र, अंकित, प्रियदर्शन, विशाल, सत्यम, धर्मेंद्र, जय प्रकाश, प्रिंस, राजीव, जंग बहादुर, वंदना, राजन, मुरारी, अभिनव, अमन, बिपिन, राणा रोहित, सुमन समेत सैकड़ों प्रतिभागी मौजूद रहे।