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बांदाः जनपद की पैलानी तहसील के जसपुरा विकासखंड में इस समय जमकर सचिव व प्रधान द्वारा सरकारी धन का मिलकर बंदरबांट किया जा रहा है।

एक ऐसा ही मामला देखने को मिला जसपुरा विकासखंड में तैनात सचिव ओम प्रकाश पाल द्वारा अपनी सभी ग्राम पंचायत में जमकर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे है। जिनके द्वारा जो भी ग्राम पंचायत में विकास कार्य करवाए गए हैं। उनमें सप्लायर के द्वारा मटेरियल व सामान भेजा गया है जिसका पैसा सप्लायर के खाते में ना भेज कर अपने ही चहेते कुमार इंटरप्राइजेज एजेंसी में भुगतान किया है। अगर जिसकी जांच हो जाए तो लगभग अभी तक 50 लाख से ऊपर का भुगतान कुमार इंटरप्राइजेज एजेंसी में ट्रांजैक्शन किया जा रहा है।

कर्मचारी नियमावली के अनुसार अनुसार कोई भी कर्मचारी अपने भाई पिता और रिश्तेदार व रिश्तेदार की फॉर्म में भुगतान नहीं कर सकता है। उक्त कर्मचारी विकासखंड कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात होकर प्रधानों पर दबाव बनाकर अपनी फॉर्म में भुगतान कराता है। विरोध करने पर जांच करने की धमकी दी जाती है।

 

ऑपरेटर द्वारा कहा जाता है कि हर जगह कमीशन देना पड़ता है। अभी हाल में ही 23 /11 /2023 को ग्राम पंचायत में स्टेट लाइट लगवाने का भुगतान कुमार इंटरप्राइजेज में 154840 रुपए का किया गया है। दिनाक 15/02/2024 को गौशाला में टट्टर व पन्नी का भुगतान 24200 रुपए दिनाक 8/11/2023 ग्राम पंचायत में पेंटिंग का भुगतान 38500 का भुगतान दिनाक 15/03/2024 को ग्राम पंचायत में शिवशरण विश्वकर्मा के घर से मुन्ना सिंह के घर तक सीसी रोड व नाली निर्माण का भुगतान 128970 रुपए का किया गया दिनाक 25/7/2023 को 18000 रुपए का पेमेंट किया गया है।

प्राइवेट कर्मचारी जो ब्लॉक में पानी पिलाता है उसके खाते पर जिसका नाम राम सिंह है ग्राम पंचायत में सॉकपिट मजदूरी भुगतान किया गया है।

ग्राम पंचायत नादादेव ग्राम पंचायत पड़ोहरा ग्राम पंचायत बरेहटा तथा सिकहूला ,रामपुर में सचिव के द्वारा बहुत ही लंबा खेल किया गया है। इसके पहले भी यह महुआ ब्लॉक में थे जो 2020 में प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर पैसे का गमन किया था।

तभी प्रधान की शिकायत पर सस्पेंड हुए थे लेकिन पैसे के दम पर दोबारा इनको जसपुरा में चार्ज दिया गया है। जिनके द्वारा इस समय सभी ग्राम पंचायत में लूट मचाए हुए हैं। अगर सचिव ओम प्रकाश पाल व कुमार इंटरप्राइजेज एजेंसी के मालिक और राम सिंह सहित प्रधानों की संपत्ति की जांच हो जाए तो आए से अधिक संपत्ति भी निकलेगी.

रिपोर्ट- सुनील यादव

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