चंदौली सकलडीहा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सकलडीहा, चंदौली के न्यू ऑडिटोरियम हॉल मे एक दिवसीय विज्ञान एवं गणित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ डायट प्राचार्य विकायल भारती एवं अवधेश राय, खंड शिक्षा अधिकारी सकलडीहा ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया। प्रदर्शनी में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा विज्ञान एवं गणित पर आधारित विभिन्न मॉडल, नवाचार मॉडल का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य ने कहा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश की समृद्ध विरासत रही है। हमारी प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता, मध्ययुगीन जल निकास प्रणाली, वास्तुकला एवं खगोलीय उपलब्धियां देश के गणितीय एवं वैज्ञानिक विकास को प्रस्तुत करती हैं। खंड शिक्षा अधिकारी अवधेश राय ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा भारत के चिंतनशील ऋषि, मुनियों ने शून्य, दशमलव का अविष्कार किया। कालान्तर में विज्ञान और गणित के क्षेत्र में में पिछड़ते गये। वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देकर ज्ञान की समृद्ध पुरातन परम्पराएं पुनः स्थापित की जा रही हैं राष्ट्रीय शिक्षा नीति- २०२० भी इसी पर बल देती है।
विभिन्न स्टॉल का भ्रमण कर डायट स्तर पर गठित निर्णायक मंडल सदस्य- हरिवंश यादव, डॉ जितेन्द्र सिंह, केदार सिंह यादव ने विभिन्न माडल एवं प्रदर्शनी का अवलोकन एवं प्रस्तुतीकरण के आधार पर परिणाम तैयार किया जिसके अनुसार गणित प्रदर्शनी में प्रथम स्थान कम्पो० वि० रैपुरा, सकलडीहा, द्वितीय स्थान कम्पो० वि० उदयपुरा, साहिबगंज ,तृतीय स्थान यूपीएस कटरिया, नियमताबाद जबकि विज्ञान प्रदर्शनी में प्रथम स्थान यूपीएस नादर, चहानिया, द्वितीय स्थान यूपीएस तोरवा, धानापुर, तृतीय स्थान यूपीएस परेवा, बरहनी को प्राप्त हुआ। प्रदर्शनी के दौरान बच्चों ने सोलर एनर्जी पैनल, वाटर प्यूरीफायर, चंद्रयान एवं विक्रम रोवर, थर्मल पावर, पवन उर्जा, सड़क दुघर्टना एवं पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली एवं संबन्धित नवाचारी माडल एवं उपकरणों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी हेतु नोडल बिजेन्द्र भारती, संतोष गुप्ता एवं केदार सिंह यादव द्वारा संयुक्त रूप से समस्त प्रतिभागियों का स्वागत किया गया। इस मौके पर प्रवीण कुमार राय, डॉ अजहर सईद, एसआरजी अनिता कुमारी, इंदु श्रीवास्तव, वारिज कपूर इत्यादि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट अलीम हाशमी

