
दिनांक 5 जुलाई 2025 को रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त , लखनऊ मंडल, उत्तर रेलवे देवांश शुक्ला के निर्देशन में बनी AHTU टीम जो प्रभारी निरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल, वाराणसी संदीप कुमार के सुपरविजन में कार्य कर रही है जिसके क्रम मे सहायक उप निरीक्षक धर्मेंद्र यादव , कांस्टेबल प्रियंका मणि दुबे ,कांस्टेबल निशा के द्वारा रेलवे स्टेशन वाराणसी की चेकिंग की गईl प्लेटफार्म संख्या 5 से 2 नाबालिक बच्चे कृष्णा उरांव पुत्र लखन उम्र 16 वर्ष लोहरदंगा (झारखंड) तथा वीरेंद्र भगत पुत्र प्रकाश भगत उम्र 13 वर्ष लातेहार (झारखंड) तथा प्लेटफार्म संख्या 6 /7 से 3 नाबालिक बच्चे जो अपनी मां से बिछड़ कर स्टेशन पर आ गए थे
भोले पुत्र स्वर्गीय राजेश मां सुनीता उम्र 9 वर्ष आजमगढ़ उत्तर प्रदेश नंदनी पुत्र स्वर्गीय राजेश मा सुनीता उम्र 5 वर्ष तथा सुंदरी पुत्र स्वर्गीय राजेश मां सुनीता उम्र 3 वर्ष आजमगढ़ उत्तर प्रदेश तथा मेंन हाल से एक नाबालिक बच्चा विनय पुत्र सुनील कुमार उम्र 14 वर्ष मऊ उत्तर प्रदेश जो भटक कर वाराणसी स्टेशन पर आ गया था को चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया गयाl आजकल पांच बच्चों को रेस्क्यू किया गया है l
वर्ष 2025 में अब तक कुल 156 बच्चों ( जिसमें 107 लड़के एवं 49 लड़कियां हैं) के बेहतर भविष्य की सुरक्षा के लिए चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया गया है l तथा इस वर्ष 2025 में बचपन बचाओ टीम के साथ मिलकर रेलवे सुरक्षा बल ,वाराणसी के द्वारा एक मानव तस्कर की धर पकड़ की गई, जिसके पास से पांच बच्चों को सुरक्षित बचाया गया तथा विधिक कार्रवाई के लिए जिला पुलिस AHTU को सुपुर्द कर दिया गया था l
रेलवे सुरक्षा बल के द्वारा मानव तस्करी के ऊपर लगाम लगाने के लिए लगातार औच्चक निरीक्षण ट्रेनों में किया जाता है तथा यात्रियों से जानकारी प्राप्त की जाती है किसी भी सूचना को संवेदनशीलता से लिया जाता है और कार्यवाही की जाती हैl