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वाराणसी कमिश्नरेट के थानों के स्तर पर गठित क्राइम टीम को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने भंग करने का आदेश दिया है। इसके पीछे की अहम वजह थाना स्तर की क्राइम टीम का कामकाज प्रभावी न होना बताया गया है। पुलिस आयुक्त ने काशी, वरुणा और गोमती जोन के तीनों डीसीपी को मिनी एसओजी टीम गठित करने को कहा है। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर काशी और वरुणा जोन में मिनी एसओजी टीम का गठन कर दिया गया है। जबकि, गोमती जोन में टीम गठित की जा रही है।
मिनी एसओजी का काम चोरी और उचक्कागिरी जैसी छोटी आपराधिक घटनाओं का खुलासा करना होगा। कामकाज की मॉनिटरिंग डीसीपी करेंगे। हत्या, लूट और डकैती का खुलासा करने की जिम्मेदारी पहले की ही तरह कमिश्नरेट स्तर पर गठित एसओजी की होगी।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि आपराधिक घटनाओं के त्वरित गति से खुलासे के लिए यह निर्णय लिया गया है। जिन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी, उनके कामकाज के नियमित मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी बनाई गई है। लापरवाही बरतने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए अफसरों को दी जाएगी जिम्मेदारी
शहर के बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए कमिश्नरेट के अफसरों की भी जवाबदेही तय की जाएगी। पुलिस आयुक्त ने बताया कि शहर के एक-एक प्रमुख मार्ग की जिम्मेदारी राजपत्रित अधिकारियों को सौंपी जाएगी।
जिस मार्ग की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाएगी, वह स्थानीय थानों और ट्रैफिक पुलिस की मदद से जाम न लगने के साथ ही अतिक्रमण नहीं होने देंगे। काम में नगर निगम सहित अन्य विभागों की भी मदद ली जाएगी। पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस एक्शन प्लान का खाका खींच लिया गया है और जल्द ही इसे सार्वजनिक किया जाएगा।