मैं गरीबी में रहा हूं। मैं जानता हूं कि एक गरीब का जीवन कितना कष्टकारी होता है। पिछले 10 वर्षों में शुरू की गई सभी योजनाएं मेरे जीवन के अनुभवों से प्रेरित हैं। जब मैं लाभार्थियों से मिलता हूं, खुशी के आंसू, जिसने कभी अपनी मां को धुएं से खांसते नहीं देखा...कांग्रेस के शहजादे आंसुओं में अपनी खुशी ढूंढ रहे हैं...ये लोग हताश और निराश हैं.