Shaurya News India
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काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वीसी आवास के बाहर इंटरनेशनल हास्टल की छात्राओं ने वीसी आवास का घेराव कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों के विरोध को देखते हुए मौके पर प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम एवं हास्टल के वार्डन छात्रों को समझाने में लगे हुए हैं। 

 

शनिवार की रात ओल्ड इंटरनेशनल हॉस्टल में अचानक शॉट सर्किट से आग लग गई। हॉस्टल में जाने वाले बिजली के कनेक्शन के मुख्य तार में धमाके के बाद आग लगने से छात्राएं डर गईं। कर्मचारियों ने समय रहते आग पर काबू पाया।

 

हालांकि इसके बाद छात्राएं एकजुट होकर कुलपति आवास के सामने पहुंच गईं और नारेबाजी करने लगीं। छात्राओं के हंगामे की सूचना पर छात्र अधिष्ठाता प्रो. एके नेमा और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अधिकारी पहुंचे। 

 

छात्राओं ने बताया कि ओल्ड इंटरनेशनल हॉस्टल पहले छात्रों के लिए आवंटित था। एक साल इसे छात्राओं के लिए कर दिया गया है।

 

हॉस्टल में साफ-सफाई सहित अन्य कई दिक्कतें हैं। जिन्हें बार-बार कहने पर भी ठीक नहीं कराया जा रहा। छात्राओं ने हॉस्टल में मेस की व्यवस्था, सुरक्षा संबंधित व्यवस्था के साथ ही नए छात्रावास में शिफ्ट करने की भी मांग की। 

 

छात्रावास की छात्रा कीर्ति ने कहा कि हम लोग हॉस्टल में पढ़ाई कर रहे थे उसी समय बाहर तेज धमाका हुआ हम लोग जब बाहर आए तो देख की तेजी से शॉर्ट सर्किट हो रहा है करीब 15 मिनट तक सर्किट होता रहा लेकिन उसे कोई बुझाने के लिए नहीं पहुंचा। छात्रा ने आरोप लगाया कि शार्ट सर्किट के बाद हम लोगों को पुनः छात्रावास में जाने के लिए कहा गया।

 

जब हम लोग वीसी आवाज आ रहे थे तो हम लोगों को रोकने का प्रयास किया गया। छात्राओं ने कहा कि हमारे हॉस्टल में मेस सुविधा नहीं है। सही तरीके से हॉस्टल की साफ सफाई भी नहीं है। इसलिए हम मांग करते हैं कि उनकी व्यवस्था को ठीक किया जाए। और हमें विश्वविद्यालय में बने नये इंटरनेशनल हास्टल में शिफ्ट किया जाए। 

 

धरना करीब 1 घंटे चला जिसके बाद डिप्टी चीफ प्रॉक्टर प्रो. फतेह बहादुर सिंह को छात्राओं ने अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद छात्राएं शांत हुईं और हॉस्टल लौट गईं।

 

रिपोर्ट धनेश्वर साहनी 

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