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सकलडीहा तहसील के एक अधिवक्ता के खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस की ओर से जेल भेज दिये जाने से अधिवक्ताओं का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है।
शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया। जिला प्रशासन से अधिवक्ता की शीध्र रिहाई की मांग किया।
चेताया कि शीध्र रिहाई नहीं होने पर सोमवार से अधिवक्ता तहसील में तालाबंदी के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
सकलडीहा तहसील के वरिष्ठ अधिवक्ता को बीते 3 जून को बलुआ और धानापुर पुलिस ने विभिन्न संगीन धाराओं में जेल भेज दिया। जिसे लेकर अधिवक्ताओं में काफी आक्रोश है।
अधिवक्ताओं ने दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह तहसील खुलते ही न्यायिक कार्य का बहिष्कार करते हुए विरोध शुरू कर दिया। तहसील परिसर में जुलूस निकाल कर पुलिस की मनमानी कार्रवाई को लेकर नारेबाजी करते हुए
तहसील गेट पर प्रदर्शन किया।अधिवक्ताओं ने चेताया कि शीध्र अधिवक्ता की रिहायी नहीं होने पर अधिवक्ता तहसील में तालाबंदी के साथ विभिन्न कार्यालयों का कार्य ठप करा देंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। अधिवक्ताओं ने बलुआ और धानापुर पुलिस की तानाशाही रवैया को लेकर विरोध जताया।
विरोध प्रदर्शन करने वालो में डेमोक्रेटिक बार अध्यक्ष मनोज पाण्डेय,महामंत्री उपेन्द्र नारायण सिंह,नितिन तिवारी,पंकज
यादव,सुरेन्द्र कांत मिश्रा,उमाशंकर,अतुल तिवारी,अशोक मिश्रा, विजय प्रताप सिंह, दुर्गेश सिंह, रिंकू सिंह,संतोष सिंह, आलोक पांडेय, अरूण कुमार,दशरथ यादव, डीपी सैनी, अखिलेश तिवारी,संजय
सिंह,श्यामजी प्रसाद,हजारी सिंह,अशोक यादव,अंगद सिंह रमाशंकर गोंड,दीनानाथ मौर्या, श्रीकांत सिंह,दीपक मौर्या, संतोष सिंह सहित तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।
रिपोर्ट अलीम हाशमी