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सादर अवगत अवगत हैं कि विषयोक्त विरोध-प्रदर्शन एवं धरना कार्यक्रम विगत 10 दिनों से अनवरत हो रहा है। यह विरोध-प्रदर्शन / धरना कार्यक्रम डा० दिग्विजय सिंह मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पं० दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय वाराणसी को, उनके दुर्व्यवहारपूर्ण, अभद्र भाषा के प्रयोग एवं प्रताड़ना के कारण उनको हटाये जाने के एक सूत्रीय माँग को लेकर किया जा रहा है। इस विरोध-प्रदर्शन / धरना कार्यक्रम में इस चिकित्सालय के चिकित्साधिकारीगण एवं विभिन्न संवर्गों के कर्मचारी संयुक्त रूप से सम्मिलित हैं।
विरोध-प्रदर्शन/धरना से पूर्व 73 कर्मचारियों के हस्ताक्षरयुक्त युक्त पत्रक जिलाधिकारी वाराणसी एवं अन्य उच्चाधिकारियों के साथ आपको भी प्रेषित किया गया था। कार्यक्रम संचालन हेतु 6 सदस्यीय संघर्ष समिति का गठन करके विरोध-प्रदर्शन / धरना जारी है।
संघर्ष समिति के प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि दिनांक 09.01.2005 से वाराणसी आगमन पर वी०आई०पी० ड्यूटी का बहिष्कार किया जायेगा तथा हर पाँचवे दिन विरोध-प्रदर्शन / धरना को क्रमशः विस्तारित किया जायेगा। अगले चरण में पी०एम० ड्यूटी, वार्ड ड्यूटी, एवं दो घंटे के ओ०पी०डी० बहिष्कार का कार्यक्रम किया जायेगा।
आपके संज्ञान में है कि पं० दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय संघर्ष समिति, वाराणसी अपने चिकित्सा के सभी मापदण्डों पर उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है। राष्ट्रीय स्तर की कमेटी द्वारा इस चिकित्सालय का मूल्यांकन करके उत्कृष्टता का प्रमाणपत्र दिया गया। यह चिकित्सालय विगत डेंढ वर्षों से प्रदेश के 32वें स्थान पर है। यह इस चिकित्सालय के भ्रष्ट मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की अक्षमता एवं अव्यवहारिक निर्णयों के कारण हुआ है।