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मीरजापुर:   क्षय विभाग में कार्यरत अखिलेश पांडेय, निवासी रमईपट्टी, ने अपने विभागीय दायित्वों के साथ-साथ पत्नी  बबीता पांडेय के सहयोग से अपने दोनों पुत्रों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया।

इस प्रयास का परिणाम रहा कि उनके बड़े पुत्र राज पांडेय ने हाई स्कूल, इंटरमीडिएट और बीएससी में 90% से अधिक अंक हासिल किए। भारतीय सेना में उच्च पद की चाह में जुटे राज ने बेंगलुरु में राष्ट्रीय स्तर की सीडीएस परीक्षा की कोचिंग के दौरान अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहते हुए,

मई 2025 को लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर माता-पिता और जनपद को गौरवान्वित किया।अखिलेश पांडेय ने अपने पुत्र की इस उपलब्धि पर क्षय विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "विभाग ने मुझे अपने बच्चों के प्रति महत्वपूर्ण दायित्व निभाने की क्षमता प्रदान की।"

इस खुशी के अवसर पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सी.एल. वर्मा की उपस्थिति में जिले के पांच टीबी मरीजों को पोषण पोटली भेंट कर गोद लेने का सराहनीय कदम उठाया। अखिलेश ने प्रतिबद्धता जताई कि वे पूरे इलाज अवधि तक इन मरीजों को हर महीने पोषण पोटली प्रदान करते रहेंगे।राज पांडेय की इस सफलता से क्षय विभाग में उत्साह का माहौल है।

गोद कार्यक्रम के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ओझा, एसीएमओ डॉ. बी.के. चौधरी, डॉ. राज किशोर अहिरवार, डीपीएम अजय कुमार, मनीष श्रीवास्तव, सतीश शंकर यादव, समीम अहमद, पंकज सिंह, दुर्गेश रावत, प्रदीप, अवध बिहारी कुशवाहा, सब्बीर, आकाश सहित अन्य ने राज की सफलता और अखिलेश के इस पुनीत कार्य की सराहना की।