Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

राम आएंगे तो अंगना सब सजाएंगे। रंगबिरंगी रंगोली बनाएंगे।*

* पर असली स्वागत तो तब होगा,*

*जब बरसो से बैरी बने भाई, आपस में फिर से गले लग हिलमिल जाएंगे।*

* राम के लिए  दिए तो सब जलाएंगे,* 

*पर जब तक मन में दिव्य भावो का प्रकाश न होगा, उजियारा नही कर पाएंगे।*

 

*राम आएंगे तो अंगना सब सजाएंगे। रंगबिरंगी रंगोली बनाएंगे।*

*राम आएंगे तो मंदिर सभी जाएंगे,*

*पर असली दर्शन तो तब होगा, जब बरसों से भूले, अपने घर वापस लौट के आएंगे।* 

*राम आएंगे तो पकवान सब बनाएंगे,*

*पर असली प्रसाद तो तब मिलेगा, जब घर के सेवकों को भी प्यार से खिलाएंगे।*

- राजलक्ष्मी नन्दिनी जी

रिपोर्ट रोशनी 

इस खबर को शेयर करें: