नगर निगम वाराणसी के रामनगर जोन के पड़ाव-रामनगर सड़क मार्ग पर स्थित कोयला मण्डी की वजह से एक ओर जहां आस-पास के लोगो सहित राहगीरों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर चुंगी से लगायत शहीद पार्क तक सड़क पर फैले कोयले के अंशों की वजह से राहगीरों का चलना भी मुश्किल हो गया है।
आस-पास के रहने वाले लोग बताते हैं कि कोयले के अंश हवा के साथ उड़कर घर में फैल जाते हैं। जो रसोई घर तक पहुंचकर बनने वाले खानो में आसानी से शामिल हो शरीर के बीमारियों का कारण बन जाते हैं। कोयला मण्डी की वजह से ही ट्रको का अम्बार और हवा के गुबार में कालिख का देखा जाना आमबात हो गई है।
समय रहते जिला प्रशासन इस समस्या को संज्ञान में नहीं लिया तो वह दिन दूर नहीं जब इस क्षेत्र के लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा।
एक ओर जहां नगर में स्थित विकल्प पैरामेडिकल कालेज के संस्थापक डाक्टर अमित यादव ने बताया कि कोयला मण्डी की वजह से दुर्गा मन्दिर, रामबाग पोखरा, गिरजा मन्दिर और राम जानकी मन्दिर की सुन्दरता और संरक्षण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को समय रहते संज्ञान में लेकर इस कोयला मण्डी को बन्द कराने अथवा किसी अन्य जगह स्थानांतरित किए जाने के क्रम में कठोर कदम उठाना चाहिए।
क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है। वहीं कोदोपुर निवासिनी संगीता पटेल का कहना है कि कोयला मण्डी की वजह से प्रतिदिन हजारों ट्रको का आवागमन होता है जिसकी वजह से आस-पास के हवाओं में फैली गन्दगी और घरों तक पहुंचने वाली कालिख से लोगो के घरों की सुन्दरता और लोगो के स्वास्थ्य पर खतरनाक असर पड़ रहा है।
नगर निगम वाराणसी सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों को यहां के लोगो के स्वास्थ्य और सामान्य जीवन यापन के क्रम में उचित कार्यवाही को अमलीजामा पहनाना चहिए। नगर के ही शेख अरशद का कहना है कि समय रहते कोयला मण्डी का न हटाया जाना यहां के लोगो के मौलिक अधिकारों का हरण करने जैसा है। कोयला मण्डी की वजह से ही चुंगी से शहीद पार्क तक के सभी दुकानदार और व्यापारियों का व्यवसाय लगभग समाप्त हो चला है।
क्षेत्र के विधायक सौरभ श्रीवास्तव को आगे आकर इस समस्या का समूल विनाश करना चाहिए। क्योंकि आस- पास के लोगो का स्वास्थ्य और व्यवसाय ही नही बल्कि जीवन का हर स्वरूप प्रतिकूलता का शिकार हो रहा है। समाजसेवी कृपा शंकर यादव