हरियाणा के पू0 मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने अपनी सम्पूर्ण संपत्ति प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में
और
अपना निजी आवास सार्वजनिक पुस्तकालय के लिए दान करके आजादी के बाद रच दिया इतिहास।
विधान सभा की सदस्यता से त्यागपत्र दिया, संगठन का काम करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपने को समर्पित किया।
भौतिकवादी घोर कलयुग में मुझे याद नहीं आ रहा कि इस प्रकार का आदर्श किसी दूसरे राजनेता ने प्रस्तुत किया हो।
प्रिय श्री Manohar Lal जी मैं आपका ह्रदय से अभिनंदन करता हूं।
"दास कबीर जतन करि ओढी,ज्यों कीं त्यों धर दीनी चदरिया॥"