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मीरजापुर विकास भवन के सभागार में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) महोदय की अध्यक्षता में पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिले के ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, जिसमें विभागीय योजनाओं के कार्यान्वयन, प्रगति, और चुनौतियों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया।बैठक में जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ), सहायक जिला पंचायती राज अधिकारी (एडीपीआरओ), सभी जिला समन्वयक (डीसी), जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम), खण्ड प्रेरक, और कंसल्टिंग इंजीनियर उपस्थित रहे। इन अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में चल रही योजनाओं की स्थिति पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंचायती राज विभाग की योजनाओं, जैसे स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण आवास योजना, और पंचायत भवन निर्माण आदि, को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किया जाए। उन्होंने कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने पर बल दिया। साथ ही, योजनाओं के लाभ पात्र ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए जमीनी स्तर पर प्रभावी निगरानी और समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया।
डीपीआरओ महोदय ने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति का ब्योरा प्रस्तुत किया और आगामी कार्ययोजना पर प्रकाश डाला। कंसल्टिंग इंजीनियरों ने निर्माण कार्यों की तकनीकी प्रगति और गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी, जबकि खण्ड प्रेरकों ने ग्राम पंचायत स्तर पर सामुदायिक सहभागिता और जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों को रेखांकित किया।बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि योजनाओं के कार्यान्वयन में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए संबंधित विभागों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित किया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि ग्रामीण विकास की योजनाएं जन-जन तक पहुंचें और उनका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक प्रभावी ढंग से प्राप्त हो।
यह समीक्षा बैठक जिले में पंचायती राज विभाग की योजनाओं को गति प्रदान करने और ग्रामीण विकास को नई दिशा देने में मील का पत्थर साबित होगी। बैठक के अंत में सभी अधिकारियों ने योजनाओं को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण करने का संकल्प लिया।

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