बनारस : (अरुण मित्र)में बिजली विभाग में नया कनेक्शन देने के नाम पर वसूली पकड़ी गई है। यहां कर्मचारी पकड़ा गया है अधिकारी वहां से निकल गए हैं।उपकेंद्र पर एसडीओ के दफ्तर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वसूली कर रहा था।
इसी कर्मचारी से कंप्यूटर ऑपरेटर का काम लिया जा रहा था। डीएम से शिकायत के बाद एंटी करप्शन की टीम ने यहां जाल बिछाने के बाद कर्मचारी को पकड़ा है।
मजेदार बात तो यह है कि जिस दौरान एंटी करप्शन की टीम ने रेड मारकर कर्मचारी को पकड़ा, बगल के कमरे में मौजूद एसडीओ और जेई वहां से चुपचाप निकल गए। कर्मचारी को दस हजार रुपये लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
एंटी करप्शन के प्रभारी निरीक्षक मैनेजर सिंह ने बताया कि भुलेटन (चौक) निवासी कुलदीप कुमार बरनवाल का सारनाथ में नैपकिन बनाने का कारखाना है। उन्होंने 5 किलोवॉट के कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था।
नगरीय विद्युत वितरण खंड-षष्ठम (पहड़िया) के लेढ़ूपुर उपकेंद्र के जेई अनूप कुमार ने परिसर का निरीक्षण किया। परिसर और पोल की दूरी 40 मीटर से अधिक बताकर कनेक्शन देने से मना कर दिया। इसके साथ ही कहा कि स्टीमेट बनेगा। इसमें काफी खर्च आएगा।
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आरोपी ने नया कनेक्शन देने के नाम पर कुलदीप से पहले 15 हजार रुपये मांगे थे। बाद में 10 हजार रुपये पर राजी हो गया। कारखाना संचालक ने जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त से शिकायत की। अफसरों के निर्देश पर एंटी करप्शन ने जाल बिछाया। दोपहर लगभग 12 बजे कुलदीप पैसा लेकर लेढ़ूपुर उपकेंद्र पहुंचा।
बातचीत के बाद रुपयों से भरा लिफाफा ऑपरेटर बृजेश कुमार को दिया। इतने में एंटी करप्शन की टीम ने ऑपरेटर को रंगे हाथों पकड़ लिया। कार्रवाई की खबर मिलते ही बगल के कमरे में मौजूद एसडीओ वहां से चलते बने। जेई भी मौके से नदारद हो गए। आरोपी के खिलाफ सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।