वाराणसी, 2 जून 2025 —दिव्यांग पिठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी कृपानंद जी महाराज ने दिव्यांग जनों के अधिकारों की रक्षा के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के मालवीय भवन में एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दिव्यांग छात्रों को योग साधना पाठ्यक्रम मैं आवेदन करने की अनुमति नहीं दी गई तो यह उनके अधिकारों का घोर उल्लंघन है।
स्वामी जी ने कहा कि “योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आत्मिक विकास का भी माध्यम है। यदि दिव्यांग जनों को इससे वंचित किया गया, तो यह उनके साथ अन्याय है।”
स्वामी कृपानंद जी महाराज ने योग साधना केंद्र के निदेशक (मालवीय भवन) को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि दिव्यांग जनों को उनका हक नहीं दिया गया, तो वे आमरण अनशन पर बैठेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य किसी संस्था का विरोध करना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि हर दिव्यांग को सम्मान और समान अवसर मिले।
इस मुद्दे को लेकर अब पूरे क्षेत्र में चर्चा तेज हो गई है और सामाजिक कार्यकर्ताओं व दिव्यांग समुदाय ने भी स्वामी जी के इस कदम का समर्थन करना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट धनेश्वर साहनी