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मिर्ज़ापुरः छानबे ब्लाक के बिहसडा बाजार मे श्रीमती आशा देवी पत्नी गोपाल दास जायसवाल द्वारा अपने स्वर्गवासी माता पिता स्व. पन्ना देवी एवं स्व. भगवानदास जायसवाल एवं पूर्वजो के स्मृति मे आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुक्रवार को समापन हुआ। कथा व्यास भागवताचार्य स्वामी त्रिभुवनपुरी महाराज ने व्यासपीठ पर विराजमान होकर भागवत कथा का श्रवण कराया।

श्रीमद्भागवत कथा में विभिन्न धार्मिक प्रसंग सुनाए गए। साथ ही भजनों की प्रस्तुति से भक्तगण आत्मविभोर होकर झूम उठे। इसके साथ ही श्रीमद्भागवत कथा का गुरुवार को समापन हुआ। भगवान श्रीकृष्ण के वात्सल्य व असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा की गई विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, कटुता, व्यभिचार को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया। इस धार्मिक अनुष्ठान के समापन दिवस पर भगवान श्रीकृष्ण की सर्वोपरि लीला रासलीला, मथुरा गमन, दुष्ट कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंसवध, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्तिरस में डुबो दिया।

इस दौरान भजन गायकों ने उपस्थित लोगों को ताल एवं धुन पर नृत्य करने के लिए विवश कर दिया। इस कथा में बड़ी संख्या में महिला-पुरूषों भक्तों ने आनंद उठाया। उन्होंने सुंदर समाज निर्माण के लिए गीता से कई उपदेश के माध्यम अपने को उस अनुरूप आचरण करने को कहा। जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है, वह हिंसा से संभव नहीं हो सकता है। समाज में कुछ लोग ही अच्छे कर्मों द्वारा सदैव चिर स्मरणीय होता है, इतिहास इसका साक्षी है। कथा के पश्चात आरती की गई व सभी भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।


आयोजक गोपाल दास जायसवाल ने बताया कि कार्यक्रम के अंतिम दिन शुक्रवार को हवन एवं पूर्णाहुति तथा भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमे क्षेत्रवासियो ने प्रसाद ग्रहण किया।


   इस अवसर पर प्रमुख रूप से श्री जायसवाल कुल पुरोहित पंडित अवधेश कुमार द्विवेदी, बलराम जायसवाल पप्पू, अजय जायसवाल, विजय जायसवाल, पंकज जायसवाल, अभिषेक जायसवाल, दिव्यांश जायसवाल, ओम जायसवाल, शिवाश जायसवाल, शिवाय जायसवाल, उत्तम जायसवाल आदि सहयोगरत रहे।

रिपोर्ट- भोलानाथ यादव

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