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 सकलडीहाः श्री राम चरित मानस आध्यात्म प्रचार सतसंग समिति के तत्वावधान में पांच दिवसीय राम कथा में तीसरे दिन बुधवार को शिव धनुष तोड़ने का प्रसंग चला। कथा वाचक प्रशांत पांडेय ने कहा की  भगवान राम ने सीता स्वयंवर में शिव धनुष को तोड़ा था। कहते हैं कि जिस शिव धनुष को तमाम बलशाली राजा हिला तक नहीं पाए थे, उसे राम जी ने बड़ी ही आसानी से तोड़ दिया था। इसके बाद राम और सीता जी का विवाह सम्पन्न हुआ था। हालांकि कहा यह भी जाता है कि शिव धनुष टूटने से परशुराम जी काफी क्रोधित हुए थे। इस प्रसंग के बारे में तो काफी लोगों को पता है। लेकिन यह बहुत कम लोग जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण भी शिव धनुष तोड़ चुके हैं। कृष्ण द्वारा शिव धनुष तोड़ने का प्रसंग भी बड़ा ही रोचक है। कंस ने श्री कृष्ण को मारने की एक योजना बनाई थी। इस योजना के अनुसार उसने कृष्ण को अक्रूरजी द्वारा नंदगांव से मथुरा बुलाया। कृष्ण जी अक्रूरजी जी के साथ कंस के बुलावे पर मथुरा चले गए। कंस ने वहां पर धनुष यज्ञ का आयोजन किया था। बताते हैं कि कृष्ण कंस से मुलाकात से पहले इलाके में भ्रमण के लिए निकले। इस दौरान वह उस मंदिर पहुंचे जहां पर शिव धनुष रखा हुआ था। इस दौरान बंशीधर त्रिपाठी, मानस मयंक सिंह,कृष्ण मुरारी,अमरनाथ सिंह, विपिन मिश्रा,राजेश सिंह सहित श्रोता उपस्थित रहे।

रिपोर्ट- अलीम हाशमी

 

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