सुनने में आया है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने वाली देश की 80 करोड़ जनता का विरोध-क्रोध बढ़ते देखकर अब कोविड वैक्सीन के सर्टिफिकेट से बहुचर्चित तस्वीर हटा दी गयी है और भाजपा की तरफ़ से बहाना ये बनाया जा रहा है कि ‘चुनाव की आचार संहिता’ का पालन करने के लिए भाजपा सरकार ने ऐसा किया है।इस एक और झूठ पर देश की आम जनता अब तो और भी ग़ुस्से में आकर पूछ रही है कि अगर यही बात है तो क्या उ.प्र.के 2022 के विधानसभा से लेकर अभी तक जो भी चुनाव हुए हैं क्या उनमें भी तस्वीर हटायी गयी थी। भाजपा एक झूठ को छिपाने के लिए अनेक झूठ बोल रही है,इससे भाजपा का विरोध करने वालों की संख्या और भी बढ़ती जा रही है।लोग कह रहे हैं कि जनाक्रोश के डर से आगामी चरणों के चुनाव में बूथ पर भाजपा का बस्ता लगाने वाले भी नहीं मिलेंगे,भाजपा के पन्ना प्रमुख दरअसल ‘पर-मुख’ हो गये हैं,मतलब भाजपा से मुँह मोड़कर घर बैठ गये हैं।जनता तो वैक्सीन के धोखे का हिसाब माँगेंगी ही और भाजपाइयों को कमीशन का पैसा चुनावी चंदे के रूप में लेकर लोगों के जीवन को ख़तरे में डालने का जवाब भी देना ही होगा।