Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

इंस्टाग्राम यूट्यूब अन्य सोशल प्लेटफॉर्म व न्युज के माध्यम से आप सभी को यह जानकारी अवश्य होगी कि वायरल गर्ल जो स्टेज पर नृत्य करते करते ही अपने प्राण दे दिए मध्यप्रदेश में घोड़े पर सवार दूल्हा घोड़े पर ही मृत्यु को प्राप्त हो गया।


तमाम ऐसी घटनाएं सामने निकल कर आई है।
आखिर क्या वजह रही होगी इन मौतों का। सुन कर आप चौक जाएंगे ये सभी मौतें हर्ट अटैक यानी दिल का दौरा होने से हो रही है ।


आइए विस्तार में समझते है ।
हार्ट अटैक क्या है। यानी ( दिल का दौरा)?
दिल का दौरा, जिसे मायोकार्डियल इन्फार्क्शन भी कहा जाता है, तब होता है जब हृदय में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। यह रुकावट आमतौर पर कोरोनरी धमनियों में वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों के निर्माण के कारण होती है, जो हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करती हैं।


जब रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है, तो हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं, जिससे वे क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। यदि रक्त का प्रवाह जल्दी से बहाल नहीं होता है, तो हृदय की मांसपेशियां मर सकती हैं।


दिल के दौरे के लक्षण
दिल के दौरे के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
 * सीने में दर्द या बेचैनी, जो दबाव, जकड़न, भारीपन या निचोड़ने जैसा महसूस हो सकता है


 * दर्द या बेचैनी जो शरीर के अन्य भागों में फैलती है, जैसे कि जबड़े, गर्दन, बांह या पीठ
 * सांस लेने में तकलीफ
 * पसीना आना
 * मतली या उल्टी


 * चक्कर आना या हल्का सिरदर्द
 * अत्यधिक थकान या कमजोरी
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हर किसी को दिल के दौरे के समान लक्षण नहीं होते हैं। कुछ लोगों को केवल हल्के लक्षण हो सकते हैं, जबकि कुछ लोगों को कोई लक्षण नहीं हो सकता है।
दिल के दौरे के कारण


दिल के दौरे का सबसे आम कारण कोरोनरी धमनी रोग है। कोरोनरी धमनी रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थ कोरोनरी धमनियों की दीवारों पर जमा हो जाते हैं, जिससे वे संकीर्ण हो जाते हैं।
अन्य कारक जो दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ा सकते हैं उनमें शामिल हैं:


 * उच्च रक्तचाप
 * उच्च कोलेस्ट्रॉल
 * मधुमेह
 * मोटापा
 * धूम्रपान
 * तनाव
 * पारिवारिक इतिहास


दिल के दौरे का इलाज
दिल के दौरे का इलाज जितनी जल्दी हो सके शुरू करना महत्वपूर्ण है। उपचार में दवाएं, सर्जरी या दोनों शामिल हो सकते हैं।


दवाएं
दिल के दौरे के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में शामिल हैं:
 * एस्पिरिन: एस्पिरिन रक्त के थक्कों को बनने से रोकने में मदद करता है।


 * थ्रोम्बोलाइटिक्स: थ्रोम्बोलाइटिक्स दवाएं रक्त के थक्कों को घोलने में मदद करती हैं।
 * नाइट्रोग्लिसरीन: नाइट्रोग्लिसरीन रक्त वाहिकाओं को फैलाने में मदद करता है, जिससे हृदय में रक्त का प्रवाह बढ़ता है।


 * बीटा-ब्लॉकर्स: बीटा-ब्लॉकर्स हृदय की गति को धीमा करने और रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं।
 * एसीई अवरोधक: एसीई अवरोधक रक्तचाप को कम करने और हृदय को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं।
सर्जरी


कुछ मामलों में, दिल के दौरे के इलाज के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। दिल के दौरे के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सर्जरी में शामिल हैं:
 * एंजियोप्लास्टी: एंजियोप्लास्टी एक प्रक्रिया है जिसमें एक कैथेटर को एक संकुचित धमनी में डाला जाता है और एक गुब्बारे को फुलाया जाता है ताकि धमनी को खोला जा सके।


 * स्टेंटिंग: स्टेंटिंग एक प्रक्रिया है जिसमें एक छोटी सी ट्यूब को एक संकुचित धमनी में डाला जाता है ताकि इसे खुला रखा जा सके।


 * बाईपास सर्जरी: बाईपास सर्जरी एक प्रक्रिया है जिसमें शरीर के अन्य भागों से रक्त वाहिकाओं का उपयोग करके एक संकुचित धमनी को बाईपास किया जाता है।
दिल के दौरे से बचाव


दिल के दौरे के जोखिम को कम करने के लिए आप कई चीजें कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
 * स्वस्थ आहार खाना
 * नियमित रूप से व्यायाम करना
 * स्वस्थ वजन बनाए रखना
 * धूम्रपान नहीं करना


 * तनाव का प्रबंधन करना
 * उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह जैसी स्थितियों का प्रबंधन करना
यदि आपको दिल के दौरे के लक्षण हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें। जितनी जल्दी आप इलाज शुरू करेंगे, आपके ठीक होने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।


हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है और यह एक गंभीर चिंता का विषय है. विभिन्न अध्ययनों और रिपोर्ट्स के अनुसार, हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का प्रतिशत इस प्रकार है:


 * भारत में: भारत में होने वाली कुल मौतों में से 24.5% हृदय संबंधी बीमारियों के कारण होती हैं। इसका मतलब है कि हर चार मौतों में से लगभग एक मौत हार्ट अटैक या अन्य हृदय रोगों के कारण होती है।


 * वैश्विक स्तर पर: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में हर साल लगभग 17.9 मिलियन लोग हृदय रोग से मरते हैं, जो सभी मौतों का 31% है। इनमें से भी एक बड़ा हिस्सा हार्ट अटैक के कारण होता है।


यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये आंकड़े केवल अनुमान हैं और वास्तविक संख्या इससे भिन्न हो सकती है। हालांकि, यह स्पष्ट है कि हार्ट अटैक एक जानलेवा बीमारी है और इससे बचाव के लिए उचित कदम उठाना आवश्यक है।

रिपोट अनिकेत शर्मा 

इस खबर को शेयर करें: