
वाराणसी के चिरईगांव उकथीं गांव में परिजनों की डांट के बाद एक छात्रा ने बुधवार को फांसी लगा ली। उसका शव घर के एक कमरे में कुंडी से लटकता मिला। परिजनों ने उसे बाहर जाने से मना किया था लेकिन छात्रा अपने दोस्तों के साथ जाने पर अड़ी थी।
इसको लेकर मंगलवार शाम और बुधवार सुबह कुछ कहासुनी भी हुई थी। हालांकि कुछ देर में सब सामान्य हो गया तो परिजनों ने समझाकर कमरे में भेज दिया। इसके बाद छात्रा ने साड़ी का फंदा बनाया और कुंडे में लटक गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बुधवार को उकथी निवासी सुक्खू मौर्य की 21 वर्षीया बेटी संजना ने फांसी लगाकर जान दे दी। संजना सुधा देवी महाविद्यालय पचरांव जाल्हूपुर में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। चार बहनों में सबसे छोटी थी। एक भाई उससे भी छोटा है, पिता ट्रक चालक हैं।
परिजनों के अनुसार सुबह घर का काम काज करने के बाद नहाने के लिए बाथरूम में पानी रखा। इसके बाद अचानक कमरे में गई और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। बाहर न आने पर मां बिन्दु मौर्य ने आवाज लगाई। कोई जवाब न मिला तो पड़ोसियों को बुलाया। लोगों ने रोशनदान से देखा तो संजना पंखे की कुंडी में बंधे फंदे से लटकी थी।
लोगों ने दरवाजा तोड़कर उसे फंदे से उतारा और सीएचसी नरपतपुर ले गए। जहां डॉक्टर ने संजना ने मृत घोषित कर दिया। चिरईगांव चौकी प्रभारी पंकज कुमार राय ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजन शव से लिपटकर बिलखते नजर आए।