Shaurya News India
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मीरजापुर । राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए देश भर में अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार ओझा ने अपने कार्यालय स्थित सभागार में प्रेसवार्ता आयोजित किया।  


जिला क्षय रोग अधिकारी ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि टीबी को खत्म करने के लिए एक बार फिर 9 से 20 सितम्बर तक टीबी के नये मरीजों को खोजने की जिम्मेदारी जिले में कार्यरत कर्मचारियों को सौपा गया है।

अभियान के दौरान आबादी की संख्या का 20 प्रतिशत लोगों को भी स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।

जांच के बाद टीबी की रिपोर्ट आने के बाद मरीजों का उपचार उपकेन्द्रों पर किया जायेगा। टीबी जांच की सुविधा मुख्यालय के अलावा जिले के 19 सामुदायिक व 53 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों होगी।

इसके अलावा अभियान में 188 टीमों को लगाया गया है प्रत्येक टीम में तीन लोगो को रखा गया है।


जिला कार्यक्रम समन्वयक सन्ध्या ने बताया कि  जांच में दो सप्ताह से खांसी व बुखार का आना या वजन का कम होना और रात में पसीना आना जैसे लक्षण पाये जाते है।

तो इन लक्षणों को नजरअंदाज न करे उनकी टीबी की जांच अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर अवश्य कराएं  ऐसे में उनको संक्रामक बीमारियों की चपेट में आने की संभावना ज्यादा होती है।

 समय समय पर चिकित्सकीय सलाह जरूर लेते रहे। और हम निश्चित रूप से 2025 में देश व प्रदेश के अलावा जिले से टीबी को खत्म किया जा सकेगा।


यदि दो सप्ताह से ज्यादा समय से लगातार खांसी आना, दो हफ्ते से ज्यादा समय से बुखार आना, खासकर शाम को बुखार आना, खांसी के साथ बलगम में खून आना, भूख न लगना, वजन कम होना, सीने में दर्द रहना, टीबी का लक्षण है।

 

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