डीडीयू नगर चार दिनों से लगातार मौसम तल्ख बना हुआ है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक पहुंच गया। जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया। सुबह से लेकर शाम पांच बजे तक चिलचलाती धूप, उमस और गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया।
लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा था। भीषण गर्मी से बेहाल लोग दिनभर छावं की तलाश में भटकते रहे। इसके पहले बृहस्पतिवार को भी धूप तल्ख रहा।जेठ की दुपहरी तपने लगी है। शुक्रवार की सुबह नौ बजे से ही तीखी धूप निकली और गर्म हवा चलने लगी।
इससे लोग दिनभर बेहाल रहे। भीषण गर्मी में लोग दोपहर तक घरों में दुबक गए। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। स्कूली बच्चों, यात्रा करने वालों, राहगीरों, कामगारों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। बस स्टैंड और आटो स्टैंड पर यात्री प्रतीक्षालय नहीं होने से राहगीर और यात्री खुले आसमान के नीचे ही सवारी वाहनों का इंतजार कर रहे।
गर्मी से बेहाल लोग ठेला और खोमचों पर आम का पन्ना, नींबू पानी पीते दिखे। नगर सहित प्रमुख कस्बों बाजारों में दोपहर में सन्नाटा पसरा रहा। बीएचयू के पूर्व मौसम विज्ञानी प्रो एसएन पांडेय ने बताया कि रेगिस्तान की ओर से आ रही गर्म पछुआ हवा के चलते मौसम शुष्क बना हुआ है। अभी इसी तरह मौसम बने रहने का अनुमान है।
वहीं राजकीय महिला अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉ. एसएन चतुर्वेदी ने कहा कि इस मौसम में बहुत जरूरी हो तभी घर से दोपहर में बाहर निकलें। पानी का सेवन पर्याप्त मात्रा में करें। घर से खाली पेट न निकलें। उन्होंने बताया कि गर्मी के चलते डिहाईड्रेशन की शिकायत बढ़ रही है। वहीं उल्टी दस्त के अलावा पेट दर्द, वायरल बुखार, बच्चों में निमोनिया की बीमारी तेजी से फैल रही है।
रिपोर्ट चंचल सिंह