बहराइच: जनपद के नगर पंचायत जरवल मे आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता फर्म की करतूत उजागर हो गई है।जिससे इस निकाय के ठेका कर्मचारी लामबंद होकर विरोध पर लड़ाई आर-पार लड़ने का ताना-बाना बुनना शुरू कर दिए है।वही दूसरी तरफ ई ओ खुशबू यादव ने डीएम को भी पन्द्रह दिन पूर्व अपने पत्र संख्या 103/न0पं0ज0/2023 के द्वारा शिकायत की है जिसमे निकाय की अध्यक्षा तस्लीम बानो की भूमिका भी संदिग्ध बताई है।सूत्रो की माने तो ईओ द्वारा डीएम को भेजे गए शिकायती पत्र मे लिखा है कि नगर पंचायत जरवल मे आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता फर्म वेदरत्ना मल्टीसर्विसेज इण्डिया प्रा0लि0 द्वारा मैनपावर उपलब्ध कराया जाता है.
उक्त के क्रम मे आपके पत्र संख्या 690/ओ0एस0डी0-विधिक/2023 दिनांक 10 अगस्त 2023 के द्वारा जनपद के विभागो में आउटसोर्सिंग कर्मचारियो के ईपीएफ कटौती के आदेश दिए गए थे किन्तु जांच उपरान्त यह तथ्य सामने आया है कि नगर पंचायत जरवल मे सेवा प्रदाता फर्म द्वारा कर्मचारियों के ई0पी0एफ0 के संचालन मे गड़बड़ी की जा रही है व कई कर्मचारियों को यू0एन0 अकाउंट नम्बर भी नही आवंटित किए गए हैं।ईओ द्वारा डीएम को भेजे गए शिकायती पत्र मे यह भी लिखा है।कि जब कर्मचारियों द्वारा क्लेम किया तो ई0पी0एफ0 खाता नम्बर पोर्टल डिसेबल बताता है।इस सम्बन्ध मे ठेका कर्मचारियों ने अनेको बार मौखिक व लिखित रूप से अपनी पीड़ा दर्ज करा चुके है।जिस पर उक्त फर्म द्वारा टाल मटोल कर पहले दो माह फिर चार माह का समय मांगा है।ईओ ने डीएम के संज्ञान मे यह भी डाला है कि सेवा प्रदाता फर्म नगर पंचायत जरवल मे वर्षो से मैनपावर प्रदाता के रूप मे कार्य कर रही है व उनके टेंडर की समय सीमा भी माह सितंबर मे समाप्त हो चुकी है लेकिन कर्मचारियों की समस्या का निराकरण उक्त फर्म ने नही किया.
उल्टे नगर पंचायत की चेयरमैन साहिबा तस्लीम बानो ने नियम के विरुद्ध उक्त फर्म के टेंडर को मनमाने ढंग से दो महीना और बढ़ा दिया।ईओ खुशबू यादव ने डीएम से उक्त प्रकरण को संज्ञान मे लेने की बात भी कही है।
डीएम ने जांच के लिए गठित की टीम
बहराइच। जरवल की ईओ खुशबू यादव द्वारा डीएम मोनिका रानी को आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता फर्म वेदरत्ना मल्टीसर्विसेज की ईपीएफ घोटाला की जानकारी दी तो उन्होंने उक्त प्रकरण को संज्ञान मे लेते हुए जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की उसमे एसडीएम कैसरगंज बेसिक शिक्षा अधिकारी बहराइच व नगर पालिका बहराइच को बनाया गया है।
"समयाभाव के कारण अभी उक्त फर्म की जांच नही हो सकी है जल्द ही जांच की जावेगी जिसमे पारदर्शिता का पूरा ध्यान दिया जवेगा"
रिपोर्ट- अशोक सोनी