अयोध्याः राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के गेट के सामने आंखों में आंसू लिए बैठा यह बुजुर्ग जवानी में राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या पुस्तकालय में किताबों का बोझ उठाने के बाद अब बुढ़ापे में, बुढ़ापे और गरीबी का बोझ लिए, टकटकी लगाए विश्वविद्यालय में जाने वाले सभी जिम्मेदारों की तरफ आशा भरी नजर से देख रहा है यह वृद्ध अरुण प्रताप सिंह है जो इस वक्त सेवानिवृत हो चुके हैं यह राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या में पुस्तकालय में लैंडिंग सहायक के पद पर काम कर रहे थे।30 जनवरी 2021 को अरुण प्रताप सिंह रिटायर हुए.
30 जनवरी 2021 से लेकर अब तक यह सिर्फ विश्वविद्यालय के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं विश्वविद्यालय में जाने वाले बच्चे भी अजीब नजर से इस वृद्ध को देख रहे हैं बुजुर्ग विश्वविद्यालय के कुलपति से लेकर प्रशासनिक स्तर पर हर दफ्तर में भाग दौड़ करके थक चुका है, बुढ़ापे में पैरों में जवाब दिया तो यह बुजुर्ग विश्वविद्यालय के गेट पर धरने पर बैठ गया रामनगरी अयोध्या में लाखों दीपक जलने के बाद भी इस बुजुर्ग का दर्द और गरीबी किसी को दिखाई नहीं दे रही है.
22 सितंबर 2022 को अरुण प्रताप सिंह को कुल सचिव के द्वारा एक पत्र प्राप्त हुआ जिसमें यह कहा गया कि विश्वविद्यालय द्वारा बहुत ही गंभीरता एवं सहानभूत से विचार किया जा रहा है अति शीघ्र आपकी समस्या का निस्तारण किया जाएगा अतः आप विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर किए जा रहे आमरण अनशन को समाप्त करने का कष्ट करें लेकिन यह पत्र हवा हवाई ही साबित हुआ बुजुर्ग आज अपनी गरीबी और बुढ़ापे के बोझ में दबा विश्वविद्यालय के गेट पर आमरण अनशन पर बैठ गया है।
रिपोर्ट- सोनू चौधरी