सकलडीहा जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी की निर्देश के बावजूद भी सकलडीहा इंटर कॉलेज के खेल मैदान में महीनों से बरसात का पानी भरा हुआ है। बरसात के पानी निकासी की व्यवस्था ग्राम सभा और अधिकारियों की ओर से नहीं किये जाने से खेल खिलाड़ियों के साथ स्कूल संचालन में समस्या खड़ी होगयी है। इसके बाद भी पंचायत विभाग के अधिकारी सिर्फ कोरा आश्वासन और कागजों पर साफ सफाई का दावा कर रहे है। जिसे लेकर कस्बा के युवाओं और ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है।
सकलडीहा तहसील क्षेत्र का सबसे बड़ा खेल मैदान सकलडीहा इंटर कॉलेज का खेल मैदान होने के बावजूद विभागीय उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। जबकि तहसील क्षेत्र के आसपास दर्जनों गांवों के खेल खिलाड़ियों और सुबह शाम टहलने वालों के लिये एक प्रमुख खेल मैदान है। बरसात से पूर्व सकलडीहा इंटर कॉलेज का खेल मैदान कभी गंदा नाला के पानी और बरसात होने पर बरसात के पानी से जलमग्न हो जाता है। जिसकी शिकायत स्थानीय ग्रामीणों की ओर से उठाने पर तत्कालीन जिलाधिकारी निखिल टी फूंडे,एसडीएम मनोज पाठक ,अनुपम मिश्रा और वर्तमान एसडीएम कुंदन राजकपूर की निर्देश के बावजूद जल निकासी का उचित प्रबंधन ग्राम सभा के सचिव और प्रधान द्वारा नही किया गया। जिसके कारण खेल ग्राउंड के समीप चलने वाली जूनियर स्कूल और इंटर कॉलेज के एनसीसी और स्काउट गाइड के छात्रों को परेशानी झेलना पड़ रहा है। जबकि भाकपा माले के पदाधिकारी खेल ग्राउंड के जलमग्न की समस्या को लेकर बीते 41 दिनों से अनिश्चित कालीन धरना दे रहे है।इसके बाद भी ग्राम पंचायत विभाग से लेकर अधिकारी और जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए है। साफ सफाई के नाम पर कोरा आश्वासन और कागजों पर साफ सफाई का दावा किया जा रहा है। सकलडीहा व्यापार मंडल अध्यक्ष केके सोनी और किसान यूनियन नेता पिंटू पाल ने जिला प्रशासन से समस्या का निजात दिलाने की मांग उठाया है।
रिपोर्ट अलीम हाशमी