Shaurya News India
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वाराणसीः भारतीय सनातन संस्कृति की ध्वजवाहिका माँ गंगा से आस्था और अर्थव्यवस्था दोनों ही प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई हैं।माँ गंगा का लौकिक और आध्यात्मिक जीवन में विशेष महत्व है तभी तो भारत की जीवन रेखा कही जाती है।विश्व की सभी नदियों में श्रेष्ठतम माँ गंगा जिनका नाम लेने से मुख दर्शन से नेत्र पवित्र हो जातें हैं और स्नान कर लेने से तो जन्म जन्मांतर के पाप समूहों का नाश हो जाता है।ऐसी जीवनदायिनी, मोक्षदायिनी माँ गंगा का धराधाम पर निर्मल व अविरल स्वरुप में होना आवश्यक ही नहीं अपरिहार्य है।यह कहना है जल शक्ति मंत्रालय से जुड़ी नमामि गंगे गंगा विचार मंच के वाराणसी जिला संयोजक शिवम अग्रहरि का।


राजघाट पर नमामि गंगे ने चलाया स्वच्छता अभियान


बुधवार को राजघाट पर नमामि गंगे वाराणसी महानगर की ओर से स्वच्छता अभियान चलाया गया।शिवम अग्रहरि के नेतृत्व में गंगा निर्मलीकरण की अलख जगाते हुए टीम ने श्रमदान कर गंगातलहटी से प्रदूषण कारक वस्तुओं को बाहर निकाला तदुपरांत निस्तारण हेतु भेजा।कहा कि निरतंर चलाये जा रहें अभियान के माध्यम से आमजन को जोड़ने गंगा स्वच्छता के निमित्त चेतना जागृत हो यह प्रयास पिछले काफी लंबे समय से किया जा रहा है।जनभागीदारी के अभाव में अभियान का अपेक्षित परिणाम देखने को नहीं मिलता।श्रमदान में मुख्य रूप से शिवम अग्रहरि, जय विश्वकर्मा, किरण पांडेय व नगर निगम से टीपू, सादाब, संदीप रहें।

 

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