इसने हरिद्वार में एक आश्रम जॉइन किया। धीरे–धीरे एक साध्वी से नजदीकियां हुईं। फिर दोनों के बीच फिजिकल रिलेशन बने। अशोक ने उसकी Video बना ली।
अब अशोक चाहता था साध्वी की कुर्सी पर बैठकर करोड़ों का आश्रम कब्जाना। साध्वी को भनक लगी तो उसने ट्रस्ट से अशोक को निकाल दिया। दबाव बनाने के लिए आरोपी ने अंतरंग Video वायरल कर दिए।
हरिद्वार पुलिस ने आरोपी को दबोचा। अशोक इससे पहले 10 साल इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकील रहा है
