![Shaurya News India](backend/newsphotos/1739440050-whatsapp_image_2025-02-12_at_8.28.01_pm.jpg)
चंदौली महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के अवसर पर बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट पर हजारो शृद्धालुओ ने आस्था की डुबकी लगायी । भोर से ही स्नान दान का सिलसिला शुरू रहा । पुलिस प्रशासन की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही ।
पंचांग के अनुसार माघ माह, महाकुंभ के दौरान इसका धार्मिक महत्व और स्नान दान का भी महत्व है । अन्न,वस्त्र,तिल,गुड़,घी,कम्बल और अन्य वस्तुएं दान करने से अक्षय पुण्ड प्राप्त होता है । ऐसा कहा जाता है कि इस दिन देवता भी धरती पर गंगा स्नान करने आते है । इस दिन स्नान दान करने से व्यक्ति के जीवन से सभी पापों से मुक्ति मुक्ति मिलती है । इस दिन भगवान विष्णु,माता लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा की जाती है ।
माघ पूर्णिमा के दिन हनुमान जी की पूजा करने से सभी संकट टलता है । आज के दिन घरों में सत्यनारायण की कथा होती है । माघी पूर्णिमा पर इन्ही परम्पराओ का निर्वहन करते हुए
बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट पर भोर से ही स्नान दान का सिलसिला शुरू हो गया । भीड़ को देखते हुए बलुआ इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा मय फोर्स सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे । इसके अलावा गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल के वालेंटियर और गोताखोर,स्वास्थ्य विभाग का कैम्प लगाया गया था ।