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वाराणसी। न्यायिक मजिस्ट्रेट (तृतीय) प्रियल शर्मा की अदालत ने दहेज़ उत्पीड़न व मारपीट के मामले मे पति समेत तीन आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया। सकलेनाबाद, गाजीपुर निवासी पति तुषार सिंह, ससुर सच्चिद्दानंद व सास पूनम सिंह को संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त कर दिया। अदालत में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता नागेश्वर प्रसाद (आकाश) व इंद्रसेन सिंह गौतम ने पक्ष रखा। 

⚡️अभियोजन पक्ष के अनुसार जगतगंज थाना चेतगंज निवासिनी प्रथनीय प्रार्थिनी प्रगति सिंह पत्नी तुषार सिंह ने चेतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। आरोप था की उसकी शादी सकलेनाबाद गाजीपुर निवासी तुषार सिंह में 29 नवम्बर 2012 को हुई थी। शादी में उसके ससुराल वालो के हर सम्भव मांगो को पूरा किया था। शादी के कुछ दिनों बाद उसकी सास पूनम सिंह द्वारा उसको तथा उसके माता व बडे भाई को भला बुरा कहना व झूठे मनगढन्त आरोप लगाना शुरू कर दिया, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान होने लगी। वह यह सोचकर सब कुछ बरदास्त करती रही व चुप रही कि धीरे-धीरे सब ठीक हो जायेगा। वह स्थानीय प्रचलन के अनुसार पर प्रार्थिनी पहली बार अपने मायके आयी और कुछ दिनो तक रहने के बाद अपने बडे भाई के साथ अपने ससुराल गयी तब उसके सास ससुर उसके भाई से मारूती कार, एसी व दो लाख रूपये की मांग की गयी थी परन्तु प्रार्थिनी के बडे भाई द्वारा असमर्थता बताने पर उन लोगो ने प्रार्थिनी के भाई के साथ अभद्रता पूर्वक व्यवहार किया और कहा कि तुम लोग भंगी हो जब तुम लोगो के पास पैसा नही था तो इस घर में अपनी बहन की शादी करने की क्या जरूरत थी उसके भाई के काफी समझाने व मनाने पर वह किसी तरह उसको अपने पास रखने को तैयार हुए। उसका भाई वापस वाराणसी अपने घर चला गया उसके बाद कुछ दि‌नो तक सब ठीक था लेकिन बाद में उसकी सास-ससुर व छोटी ननद (विदुषी सिंह) उसके पति उसको मारते-पीटते गालियां देते बालो को खींच कर धक्का दिया करते प्रताड़ना देने के उद्दे के उद्देश्य से घर पर काम करने वाली महरी को हटा दिया और उसको खाना भी नही देते थे। उसके पति रात को देर से घर आता और बात-बात मे गालिया देता उसके परिवार के बारे मे अपशब्द कहता था क्योकि उसके भाई द्वारा दहेज में मारूती सिफ्ट डिजायर कार एसी व नगद रूपया देने में असमर्थता जतायी थी एक बार तो पति द्वारा मार-पीट करते समय उसके गले में पडी चेन को खींच कर तोड दिया और उसे फेक दिया उसके पति तथा उसकी सास-ससुर के द्वारा किये गये उत्पीडन मार-पीट की बात जब वह अपने ननद पूजा सिंह व ननदोई सुशान्त सिंह से सिंह से कहती तो वे भी उसकी सास-ससुर व पति को और उकसा देते थे और दहेज की मांग करने की बात कहते वह लोग और ज्यादा क्रूरता पूर्वक व्यवहार पर उतारू हो जाते थे उसके बाद लोगो के समझाने-बुझाने पर उसके पति उसको अपने साथ अपने नौकरी वाले स्थान हरिद्वार ले गये वहां भी सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन उसकी सास ससुर वहां पहुंच कर उसके पति से उसकी बुराई करते व उसके घर वालो से और दहेज की मांग करने को कहा करते उसने विरोध किया तो वे लोग वहां भी उसको मारने पीटने लगे। उसके बाद उसके पति हरिद्वार की नौकरी को छोडकर रायपुर छत्तीसगढ प्राइवेट कम्पनी मे नौकरी करने लगे वहां पर वह अपने चाचा के घर रहते थे। वह भी उसके साथ वही रहती थी, लेकिन उसकी सास-ससुर हमेशा दहेज को लेकर उसके पति को उसके प्रति भडकाते रहते थे, जिससे वह वह उसको मारते पीटते थे। उसके लाख समझाने पर भी उसके घर वाले इतना दहेज कहां से लायेंगे तो वह उसके घर वालो को भी गाली गलौज करने लगते थे और उसको मारते पीटते थे उसके ससुर व पति उसको वाराणसी रेलवे स्टेशन पर अकेले छोडकर चले गये थे, तो वह अपने घर वालो को फोन करके इसकी सूचना दी थी तब जाकर वह उसको घर ले कर आये थे। ये एक बार उसके ससुराल वालो ने उसको काफी मारा पीटा उसके पति उसको जबरदस्ती उसके मायके छोडकर चले गये। उसके ससुर व पति उसको कहते है कि पुलिस व न्यायलय मेरा कुछ नही कर सकती अपने बेटे की दूसरी शादी करने की धमकी देते रहते है उसको लगता है कि उन्होने अपने लडके की दुसरी शादी भी कही तय कर दी है। उसकी शादी को चार साल हो गए है, उसकी सास ससुर उसको यह भी ताना देते है कि तुम एक बच्चा भी पैदा नहीं कर सकती तो हमारा वंश कैसे चलेगा और तलाक देने की धमकी देती है। उसकी सास ने उसकी जरूरतो का सारा समान कपडे गहने भी अपने पास रख लिया।

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