वाराणसी। भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट ने दो सिपाही समेत तीन आरोपितो को दोषमुक्त कर दिया। विशेष न्यायाधीश (प्रथम) अवधेश कुमार की अदालत ने ग्राम आरीपुर, थाना मुहम्मदाबाद (मऊ) निवासी व रामनगर थाने के तत्कालीन सिपाही प्रदीप कुमार व ग्राम भीरा, थाना घोसी (मऊ) निवासी आरोपित सिपाही राहुल भारतीय और मोहन मौर्य उर्फ छोटू मौर्या को संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त कर दिया। अदालत में बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता टीएन शुक्ला, भानु प्रताप श्रीवास्तव व विकास यादव ने पक्ष रखा।
अभियोजन पक्ष के अनुसार गायत्री नगर कालोनी, रामपुर, थाना रामनगर निवासी वादी चमरू सोनकर ने रामनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि 30 अप्रैल 2020 को वह सब्जी बेचकर अपने घर आया। उसके बाद वह पड़ोस के मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या के रामपुर स्थित आवास पर कैरम खेलने के लिए गया, वहा पर पहले से मौजूद मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या, गोपाल सोनकर, विनोद शर्मा व छोटू सोनकर मौजूद थे।
वह लोग कभी 2 40 50 रू० का दांव लगाकर कैरम खेलते है उस दिन भी सभी लोग मिलकर कैरम खेल रहे थे कि शाम करीब 4 बजे रामनगर थाने के दो सिपाही प्रदीप कुमार व राहुल भारती फैण्टम वाली मोटर साइकिल से आये और कहने लगे कि तुम लोग एक साथ कैसे बैठे हो मास्क क्यों नही लगाए हो तथा यहां कैसे इकट्ठे हो, यह कहकर दोनो सिपाहियों द्वारा गाली गुप्ता देते हुए ढंडे से मारने पीटने लगे।
इसके बाद सिपाही प्रदीप कुमार, मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या को साथ लेकर घर के बाहर चले गये और सिपाही राहुल भारती और लोगों का विडियो बनाने लगे। 10 मिनट बाद प्रदीप कुमार, मोहन मौर्या के साथ घर के अन्दर आ गये। सिपाही प्रदीप कुमार ने कहा तुम्हारी फोटो और विडियो इसलिए बनाई है कि कही दिखोगे तो उठा लिए जाओगे और जेल चले जाओगे।
दोनो सिपाहियों के जाने के बाद मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या ने सभी लोगो से कहा कि किसी तरह से सिपाहियों से सेटिंग किया हूँ सभी लोग 2 हजार रुपये दे दो नही दोगे तो जेल चले जाओगे। वह लोग बहुत डर गये थे। उसके पास सब्जी बेचकर जो पैसा रखा था उसी में से तीन हजार रुपये जो पाच 2 सौ के छः नोट थे मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या को दे दिया।
इसी प्रकार उसके साथ खेल रहे, विनोद शर्मा, गोपाल सोनकर, छोटू सोनकर के द्वारा भी तीन 2 हजार रुपये मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या को दिये इसके बाद वह वहा से चला गया और अपने मोहल्ले के परिचित सृजन श्रीवास्तव को पूरी घटना की जानकारी दी और इसी तरह पूरी जनता मे आम वात फैल गई, करीब 9 बजे रात में उसका रु० मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या ने वापस कर दिया। ये पैसा मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या ने आपसी साठ गाठ से लिया था और सिपाहियो को पैसा दिया था पता चला कि पाच हजार रुपये सिपाहियो को दिये थे
जब बात आम जनता में फैल गई तो उसे यह भी पता चला कि सिपाही प्रदीप कुमार ने पूर्व में भी जायसवाल ब्रेकर्स के मालिक राहुल जायसवाल नामक दुकानदार से दुकान सील करने के नाम पर एक हजार रुपये लिए थे जो उसने वापस नही दिये है। मोहन मौर्या उर्फ छोटू मौर्या तथा सिपाह राहुल भारती व प्रदीप कुमार ने उसके साथ बड़ा अन्याय किए है।